इधर मध्यप्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय ने पहले प्रयास असफल हुए शिक्षकों के लिए 14 अक्टूबर 2019 को शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय छिंदवाड़ा में दोबारा परीक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया है। साथ ही चेतावनी दी है कि इस बार भी यदि सफलता नहीं मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि 12 जून 2019 को विभाग ने शिक्षकों की दक्षता परीक्षण करने के उद्देश्य से परीक्षा आयोजित की गई थी। बताया जाता है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा दसवीं में गणित विषय के करीब चार लाख परीक्षार्थी फेल हो गए, जिसने छिंदवाड़ा के भी सैकड़ों विद्यार्थी शामिल है।
20-50 के फार्मूले से दी जाएगी सेवानिवृत्ति – लोक शिक्षण संचालनालय ने 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त निर्णय लेने का मन बना लिया है। इसके चलते दूसरी बार आयोजित परीक्षा में भी यदि कोई शिक्षक असफल होता है तो उसे 20-50 के फार्मूले के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी। हालांकि विभाग ने पहली बार की गई समीक्षा में ही उक्त निर्णलय ले लिया था। लेकिन अब किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।