Ekadashi : तिल से भरा पात्र दान करने पर मिलेगा पुण्य
षठतिला एकादशी पर होगी विशेष पूजा-अर्चना
मकर संक्रांति पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, घाटों पर लगाई आस्था की डुबकी,मकर संक्रांति पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, घाटों पर लगाई आस्था की डुबकी,मकर संक्रांति कल, जब नाराजगी भुलाकर सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से गए थे मिलने
छिंदवाड़ा/ माघ के पुण्य महीने में कृष्ण पक्ष की एकादशी सोमवार को आ रही है। इसे षठतिला एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन तिल से भरा पात्र दान करने का विशेष महत्व धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है। एकादशी के दिन सुबह स्नान-ध्यान के बाद भगवान नारायण और लक्ष्मी का ध्यान कर अघ्र्य समर्पित कर तिल का दान करना चाहिए। इस दिन तिल स्नान, तिल का उबटन, तिल का हवन, तिलोदक, तिल का भोजन और तिल का दान यह छह चीजें महत्वपूर्ण बताई गई है। इसीलिए इसका नाम षठतिला पड़ा है। सोमवार 20 जनवरी को एकादशी का यह पर्व मनाया जाएगा। इस दिन मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना भी होगी। परमसंतोष लक्ष्मीनारायण मंदिर के अध्यक्ष आरके गुप्ता ने बताया कि सुबह आठ बजे से मंदिर में भगवान गणेश की पूजा होगी। उसके बाद भगवान लक्ष्मीनारायण का श्यामा गाय के दूध से अभिषेक होगा। शृंगार के साथ उन्हें भोग लगाया जाएगा। दोपहर को विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का पाठ होगा। दीपदान और संध्या आरती के साथ तिल मिश्रित प्रसाद बांटा जाएगा। रात को आठ बजे एकादशी की कथा सुनाई जाएगी। उसके बाद महाआरती के बाद फरारी खीर और तिल का प्रसाद वितरित किया जाएगा।
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