छिंदवाड़ा

47 एकड़ जमीन पर फैल रहा अतिक्रमण का जाल, 5 एकड़ जमीन पर हो चुका है कब्जा

अतिक्रमणकारियों के हौंसले भी बुलंद हैं।

छिंदवाड़ाJul 16, 2019 / 12:29 pm

ashish mishra

47 एकड़ जमीन पर फैल रहा अतिक्रमण का जाल, 5 एकड़ जमीन पर हो चुका है कब्जा

 
छिंदवाड़ा. शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज को लगभग 48 साल पहले प्रशासन द्वारा आवंटित की गई 47 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण का जाल फैल रहा है। हैरानी की बात यह है कि कॉलेज प्रबंधन ने इस बीच कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत कर कार्यवाही की बात कही, लेकिन अधिकारियों ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। ऐसे में अतिक्रमणकारियों के हौंसले भी बुलंद हैं। पीजी कॉलेज प्रबंधन की मानें तो आवंटित जमीन में से अब तक 5.275 एकड़ जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। अगर जल्द ही ध्यान नहीं दिया गया तो शेष जमीन पर भी अतिक्रणकारियों का कब्जा हो जाएगा।
18 एकड़ जमीन केन्द्रीय विद्यालय को हो गई थी स्थानांतरित
वर्ष 1961 में पीजी कॉलेज का संचालन राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज भवन में शुरु किया गया था। इसके पश्चात वर्ष 1971 में प्रशासन ने पीजी कॉलेज भवन के लिए धर्मटेकड़ी में 65.065 एकड़ जमीन आवंटित की थी। वर्ष 1974-75 में भवन बनकर तैयार हुआ और कक्षाएं संचालित होने लगी। लगभग 15 साल पहले पीजी कॉलेज की आवंटित जमीन में से 18 एकड़ जमीन केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-एक को हस्तांतरित कर दी गई थी। वर्तमान में पीजी कॉलेज के पास 47.065 एकड़ जमीन आवंटन में है।
स्टार्फ क्वाटर्स के पीछे का हिस्सा अतिक्रमण की चपेट में
पीजी कॉलेज भवन के एक तरफ कर्मचारियों के लिए क्वाटर्स बनाए गए हैं। इसके पीछे हिस्से में ही अतिक्रमण का जाल फैल रहा है। हालांकि कुछ वर्ष पहले कॉलेज प्रबंधन ने अतिक्रमण पर कार्यवाही कराने के बाद बाउंड्रीवॉल करवाया था, लेकिन कुछ दिन बाद स्थिति जस की तस हो गई। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि कैम्पस के चारों तरफ अतिक्रमण हो रहा है।

इनका कहना है…
अतिक्रण को लेकर कई बार शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की जा चुकी है। हमलोग अतिक्रमणकारियों को मना करते हैं तो समस्या खड़ी होती है। पीजी कॉलेज के पास वर्तमान में 47 एकड़ जमीन आवंटन में है। जिसमें से लगभग 5 एकड़ पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा हो चुका है।
डॉ. गोपाल जायसवाल, प्राचार्य, पीजी कॉलेज

Home / Chhindwara / 47 एकड़ जमीन पर फैल रहा अतिक्रमण का जाल, 5 एकड़ जमीन पर हो चुका है कब्जा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.