दरअसल, अप्रेल 2023 में रीवा-इतवारी एक्सप्रेस की सौगात छिंदवाड़ावासियों को मिली थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में रीवा में बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ था। हालांकि ट्रेन के परिचालन के कुछ ही दिन बाद रेलवे की बड़ी चूक उजाकर हुई थी। इतवारी से नैनपुर के लिए कई रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म की लंबाई छोटी होने से रीवा-इतवारी एक्सप्रेस की दो बोगी प्लेटफॉर्म के बाहर खड़ी हो रही थी। पत्रिका ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए जिम्मेदारों का ध्यान दिलाया था। मामले को अधिकारियों ने संज्ञान भी लिया और सर्वे भी किया गया, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। ऐसे में यात्रियों को ट्रेन में चढऩे और उतरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर बुजुर्ग, महिला एवं बच्चे इस परेशानी से जूझ रहे हैं।
देश के कई जगहों पर वर्षों पहले से 24 बोगी की ट्रेन चल रही है। अब तो कई जगह 26 बोगी के ट्रेन का परिचालन भी किया जा रहा है। इसके बावजूद नैनपुर से छिंदवाड़ा एवं इतवारी के बीच गेज कन्वर्जन कार्यों को करते समय ध्यान नहीं रखा गया। इतवारी से नैनपुर के बीच अधिकतर रेलवे स्टेशन में प्लेटफॉर्म की लंबाई छोटी ही बनाई गई है। ऐसे में अब समस्या हो रही है। ट्रेनों की संख्या बढ़ी तो होगी परेशानी: वर्तमान में कुछ ही ट्रेन में समस्या है, लेकिन भविष्य में नागपुर से वाया छिंदवाड़ा कई ट्रेनों के परिचालन की बात सामने आ रही है। इन ट्रेनों में बोगियों की संख्या 24 से अधिक है। प्लेटफॉर्म की लंबाई नहीं बढ़ाई गई तो आने वाले समय में समस्या और गहरी होगी। यात्री परेशान होंगे। हादसे भी होंगे।