व्यापारी नहीं ले रहे रिस्क
बा हर से डिमांड कम होने के कारण व्यापारी भी अब रिस्क नहीं ले रहे हैं। वे अच्छी गुणवत्ता और सूखे मक्के पर ही दांव लगा रहे हैं। बाहर से मक्का के आयात के कारण देश में मांग कम होने से व्यापारियों ने नीलामी में दाम गिरा दिए हैं। जरा सी भी नमी रहे तो मक्का के खराब होने का खतरा रहता है। ऐसे में व्यापारी सम्भलकर खरीदी कर रहे हैं।
मंदी में अच्छे दाने भी हो रहे बेभाव
किसानों का कहना है भाव में मंदी के कारण अच्छी गुणवत्ता वाले मक्का को भी भाव नहीं मिल रहे। जो मक्का 1800 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल बिकना चाहिए उस पर भी व्यापारी ऊंची बोली नहीं लगा रहे हैं। ऐसे में किसानों को मायूसी हो रही है। हालांकि मंडी में यदि किसान चाहें तो भाव न पटने पर अपना अनाज वापस ले जा सकता है, लेकिन लाने और वापस ले जाने का खर्च उन्हें मक्का बेचने को मजबूर कर रहा है।