scriptFarming: रबी सीजन के लिए रिकॉर्ड उर्वरक की मांग, जानिए वजह | Farming: Record fertilizer demand for Rabi season, know the reason | Patrika News
छिंदवाड़ा

Farming: रबी सीजन के लिए रिकॉर्ड उर्वरक की मांग, जानिए वजह

Farming: पिछले साल से 34 हजार मीट्रिक टन ज्यादा

छिंदवाड़ाOct 17, 2019 / 12:18 pm

prabha shankar

50 rupees cheaper, fertilizer relief in bhilwara

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छिंदवाड़ा. आगामी रबी के सीजन के लिए कृषि विभाग ने पूरे जिले के लिए 78 हजार 300 मीट्रिक टन उर्वरक प्रस्तावित किया है। जिले से यह डिमांड भोपाल भिजवाई जा रही है। यह मात्रा पिछले साल से 34 हजार मीट्रिक टन ज्यादा है। सबसे ज्यादा यूरिया की मात्रा बढ़ाई गई है। पिछले साल जिले में 28 हजार 400 मीट्रिक टन यूरिया का इस्तेमाल रबी के मौसम में किया गया था। इस बार 44 हजार 700 मीट्रिक टन से ज्यादा का उपयोग होने की सम्भावना विभाग ने व्यक्त की है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल पानी कम होने के कारण जिले में कम रकबे में बोवनी की गई थी। गेहूं और चने का क्षेत्र एकदम से कम हुआ था।
इस बार बारिश अच्छी हुई है तो उत्पादन क्षेत्र बढ़ रहा है। इसी को देखते हुए उर्वरक बुलाए जा रहे हैं । यूरिया के साथ सुपर फॉस्फेट, पोटाश और डीएपी की सबसे ज्यादा मांग रहती है। इसकी भी सम्भावित मांग को देखते हुए आंकड़े तय किए गए हैं और विभागीय मुख्यालय भेजे जा चुके हैं।

हमने प्रस्तावित लक्ष्य दिया है
2017 की तुलना में 2018 में यूरिया का उपयोग कम हुआ है। 2017 में 31 हजार मीट्रिक टन यूरिया की खपत हुई थी। 2018 में यह 28 हजार 400 मीट्रिक टन हुई। यूरिया का उपयोग किसान सबसे ज्यादा करते हैं। हमने प्रस्तावित लक्ष्य दिया है। वास्तविक डिमांड इससे कम रह सकती है। हम स्टॉक में रखते हैं ताकि जरूरत पडऩे पर उर्वरकों की कमी न हो।

उर्वरकपिछले साल की पूर्ति इस बार प्रस्तावित (मी टन में)
यूरिया 28457 44700
सुपफास्फेट 5554 15000
पोटाश 1218 2000
डीएपी 8931 10500
अन्य कॉम्प्लैक्स 000 3000
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