हमने प्रस्तावित लक्ष्य दिया है
2017 की तुलना में 2018 में यूरिया का उपयोग कम हुआ है। 2017 में 31 हजार मीट्रिक टन यूरिया की खपत हुई थी। 2018 में यह 28 हजार 400 मीट्रिक टन हुई। यूरिया का उपयोग किसान सबसे ज्यादा करते हैं। हमने प्रस्तावित लक्ष्य दिया है। वास्तविक डिमांड इससे कम रह सकती है। हम स्टॉक में रखते हैं ताकि जरूरत पडऩे पर उर्वरकों की कमी न हो।