एसपी विवेक अग्रवाल ने बताया कि नाहरशाह को उसके परिजन 28 अप्रैल को मृत अवस्था में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे और एक्सीडेंट में मौत होना बताया। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जांच और पूछताछ की तो एक्सीडेंट होना सामने नहीं आया। मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। विवेचना और पीएम रिपोर्ट में हत्या करना सामने आया। परिजनों के सदस्यों को थाना लाकर सख्ती से पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आ गया।
बेटे ने गुस्से में की थी मारपीट
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशांक गर्ग ने बताया कि 27 अप्रैल को नाहरशाह ने शराब के नशे में रात करीब सात बजे पत्नी से मारपीट की उस समय नाबालिग बेटा बड़े पिता के घर पर बैठा था। शोर सुनकर घर आया और लकड़ी से मारपीट की जिससे वह घायल हो गया। शव को घर से कुछ दूरी पर रखने के बाद एक्सीडेंट की सूचना दी और मृत अवस्था में देर रात नाहरशाह को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।
पूछताछ में खुलासा
नगर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि जब मृतक के नाबालिग बेटे से बारीकी से पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूला और उसकी वजह भी बताई। आरोपी को हिरासत में लेकर न्यायालय पेश किया, यहां से उसका जेल वारंट काट दिया गया।