स्नान-ध्यान और दान का महत्व इस विशेष पर्व को मनाकर पवित्र नदियों में स्नान ध्यान कर मंदिरों में पूजा-अर्चना करने का महत्व है। शहर के मंदिरों में विशेष पूजन कार्यक्रम हो रहे हैं। तिल और गुण के पकवान बनाकर लोग अपने परिजन, परिचितों को खिलाते हैं और मित्रवत व्यवहार और स्नेह बनाए रखने की कामना भी करते हैं।
श्रद्धालु बुधवार को सुबह जल्द उठकर स्नान ध्यान करने मंदिरों में दर्शन करने पहुंच रहे है, दान-पुण्य कर रहे हैं। इस दिन गुप्त दान देने की प्रथा भी है। तिल, गुड के साथ अन्न और वस्त्र दान का भी महत्व बताया गया है।
आसमान में उड़ रहीं पतंगे मकर संक्रंाति पर पतंगों से आसमान भी मानों रंगीन हो गया है। मंगलवार के दिन इसकी तैयारियां भी युवाओं ने कर ली थीं। हालांकि इस बार पतंग को लेकर उत्साह कुछ कम दिख रहा है। परीक्षाएं इस बार जल्द हो रही है इसलिए कई बच्चे पढ़ाई में व्यस्त हैं। दूसरा चाइनीज मांजे से हाथों में चोट आने के भय से पालक भी बच्चों को इससे दूर रखने के प्रयास में हैं।