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छिंदवाड़ा

कोयला खदान में लगी आग, जानलेवा गैस का स्तर बढऩे से हालात बेकाबू

सैकड़ों कर्मियों को अंदर जाने से रोका, कोयला उत्पादन ठप

छिंदवाड़ाAug 06, 2019 / 12:33 am

prabha shankar

northern coalfields limited khadia project big braking

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छिंदवाड़ा. परासिया. पेंच क्षेत्र की भूमिगत माथनी कोयला खदान के एक सेक्शन में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात आग लगने के कारण सोमवार को कोयला उत्खनन कार्य पूर्णत: बंद रहा। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से प्रथम एवं द्वितीय पाली में कामगारों को खदान के भीतर नहीं जाने दिया गया।
मिली जानकारी अनुसार खदान में रविवार की रात मेन डीप 19 लेबल से धुआं उठते दिखाई दिया। यहां तीन सुरंगों में फॉल हुआ। इस दौरान कोयला उठाने का कार्य तीन एसडीएल मशीनों से किया जा रहा था। धुआं और गैस की गंध आने से खदान के भीतर कार्यरत सभी कामगारों को बाहर निकाल लिया गया।
सोमवार को रेसक्यू टीम खदान के भीतर गई जहां कार्बन मोनोआक्साइड की मात्रा जांची गई। पता चला कि सामान्यत: 50 पीपीएम की मात्रा बढकऱ खतरनाक स्तर 1200 के ऊपर पहुंच गई है। गौरतलब है कि खदान के भीतर पुरानी सुरंगों से स्टापन लगाकर पैक किया जाता है जिसके कारण जहरीली गैस बाहर नहीं निकल पाती है। अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी पुरानी सुरंग के स्टापन में दरार आने के कारण आग की स्थिति बनी है। रेसक्यू टीम इसका पता लगाकर स्टापन कर सील पैक करेगी। इसके बाद ही खदान में काम करने की स्थिति बन सकेगी।

डिग्री टू लेबल की खदान
जानकारी के अनुसार माथनी खदान डिग्री टू के अंर्तगत आती है जो आग के लिए संवेदनशील होती है। इसी वजह से ऐसी खदानों की सतत निगरानी की जरूरत होती है। लापरवाही के कारण की ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है। हालांकि खदान में कामकाज पहले की तरह ही जारी रह सके इसके लिए रेसक्यू टीम एवं वेकोलि अधिकारी प्रयासरत हैं।

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