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छिंदवाड़ा

फ्लोराइड से फ्लोरोसिस की चपेट में ग्रामीण

दांत पीले और हड्डियां हो रहीं टेढ़ी

छिंदवाड़ाNov 12, 2021 / 11:35 pm

mantosh singh

फ्लोराइड से फ्लोरोसिस की चपेट में ग्रामीण

फ्लोराइड से फ्लोरोसिस की चपेट में ग्रामीण

छिंदवाड़ा. छिंदवाड़ा, परासिया, तामिया, जुन्नारदेव, चौरई, अमरवाड़ा, मोहखेड़ और पांढुर्ना विकासखंड के कई गांवों में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा पाई गई है। 39 गांवों के पानी में तय मानक से ज्यादा फ्लोराइड है। तीन गांवों के लोग रिमूवल प्लांट से शुद्ध पानी का सेवन कर रहे हैं। 36 गांवों में रिमूवल प्लांट बंद पड़े हुए हैं। इन गांवों के लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है। फ्लोराइड प्रभावित गांवों में फ्लोरोसिस बीमारी फैली हुई है। फ्लोराइड युक्त पानी का सेवन करने से दांत और हड्डी से संबंधित बीमारियां होती हैं जिसे फ्लोरोसिस कहते हैं।

जिला अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. निर्णय पाण्डे ने बताया कि फ्लोरोसिस मरीज लगातार अस्पताल में आ रहे हैं। पानी में फ्लोराइड की मात्रा जहां ज्यादा है, ऐसे गांवों में फ्लोरोसिस की बीमारी सामने आ रही है। पानी का शरीर के जोड़ और हड्डियों पर असर करने से बच्चों से लेकर युवाओं के हाथ-पैर टेढ़े हो रहे हैं। बच्चोंं में यह बीमारी पकड़ में आने पर तुरंत इसका इलाज किया जा सकता है।

डॉ. पाण्डे ने बताया कि इस बीमारी का इलाज सर्जरी से संभव है। जिसमें हड्डियों को ठीक किया जाता है। दंत रोग विशेषज्ञों का कहना है कि पानी में फ्लोराइड की अधिक मात्रा दांतों को प्रभावित कर रही है। बच्चों के दांतों पर इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। दांत पीले और कमजोर हो रहे हैं।

फ्लोराइड प्रभावित गांव
गांगीवाड़ा, उभेगांव, उमरिया इसरा, खुटिया, सुनारी मोहगांव, चारगांव, चंहियाकला, धमनियां, सहजपुरी, राजाखोह, शहपुरा, मदनपुर, चौसरा, लिंगा, चिखली कला, पौनार, सिमरिया, परसोली, लालगांव, हिवरखेड़ी, तीतरी, सिगना, सिरे गांव, कलकोटी, मोघर, रायवासा, जामलापानी, खंसवाड़ा, कुंडालीखुर्द, कोसमी, गायवान, सिरेगांव कलां, बीजागोरा, साजवा, जामुन टोला, महोली, रामपुर, हनोतिया, कुंडालीकला फ्लोराइड प्रभावित गांव हैं। इनमें तीतरी, मोघर और रामपुर में रिमूवल प्लांट से ग्रामीणों को फिल्टर पानी मिल रहा है।

कमजोर हो रहे दांत
सिंगोड़ी और चांद क्षेत्र से बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं। फ्लोराइड युक्त पानी पीने से बचपन में ही दांत पीले और कमजोर हो रहे हैं। युवाओं में भी दांत संबंधित बीमारियां देखने को मिल रही हैं।
डॉ. हितेश मिश्रा, दंत रोग विशेषज्ञ

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