वन विभाग छोटा महादेव को बना रहा पर्यटन स्थल
पश्चिम वन मण्डल छिन्दवाड़ा के वन परिक्षेत्रों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्यशाला वन परिक्षेत्र दमुआ में आयोजित की गई। डीएफओ ने वन परिक्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं के बारे में कहा कि तामिया रेंज के झिंगरिया छोटा महादेव को ईको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। दमुआ क्षेत्र में अम्बाझिरी ,राखीनाला तथा गोप तराई आदि स्थलों को ईको टूरिज्म के तहत विकसित करने की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।
Forest Department is making Chhota Mahadev a tourist place
छिन्दवाड़ा/ दमुआ. पश्चिम वन मण्डल छिन्दवाड़ा के वन परिक्षेत्रों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्यशाला वन परिक्षेत्र दमुआ में आयोजित की गई। कार्यशाला में वन परिक्षेत्र दमुआ, जामई, सांवरी, सांगाखेड़ा, तामियां, देलाखारी, झिरपा और परासिया से कर्मचारी पहुंचेे। सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चली कार्यशाला में डीएफओ ईश्वर राम हरि, एसडीओ अनादि बुधोलिया, मास्टर ट्रेनर विवेक पगारे ने विस्तार से वन्य प्राणियों के संरक्षण और उनसे बचाव के बारे में बताया।वन्य प्राणियों के भटकाव पर उन्हें सही स्थान पर पहुंचाने,अपराधिक तत्वों से उनका बचाव करने । वन प्राणियों के घायल होने पर उनका रेस्क्यू के बारे में जानकारी दी। डीएफओ ने बताया कि वन परिक्षेत्र दमुआ पेंच कॉरिडोर के अंतर्गत आता है इसलिए यहां कार्यशाला आयोजित की । इस वन परिक्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि तामिया रेंज के झिंगरिया छोटा महादेव को ईको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। दमुआ क्षेत्र में अम्बाझिरी ,राखीनाला तथा गोप तराई आदि स्थलों को ईको टूरिज्म के तहत विकसित करने की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।