scriptचेहरे खिले कम, मुस्कान ज्यादा छीनी | Gas connection news | Patrika News
छिंदवाड़ा

चेहरे खिले कम, मुस्कान ज्यादा छीनी

गरीबों को मिले सिर्फ36 हजार गैस कनेक्शन, ढाई लाख परिवारों का केरोसिन आध… गरीबों को जितने रसोई गैस कनेक्शन निशुल्क नहीं बांटे गए, उससे अधिक केरोसिन कटौती कर उन्हें संकट में डाल दिया गया है।

छिंदवाड़ाOct 19, 2016 / 11:33 am

Prashant Sahare

chhindwara

chhindwara

छिंदवाड़ा .मनोहर सोनी गरीबों को जितने रसोई गैस कनेक्शन निशुल्क नहीं बांटे गए, उससे अधिक केरोसिन कटौती कर उन्हें संकट में डाल दिया गया है। इस सरकारी निर्णय से करीब दो लाख परिवार प्रभावित बताए गए हैं। इस कटौती से हताश परिवार ईंधन की इस समस्या को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी इसे शासन स्तर का निर्णय बताकर अपनी मजबूरी बता रहे हैं।

केन्द्र सरकार की उज्जवला योजना के तहत अब तक 51 हजार 386 गरीबों के फार्म ऑनलाइन किए गए हैं तो उनमें से 36 हजार 984 कनेक्शनों को गैस एजेंसियों द्वारा निशुल्क वितरित भी कर दिया गया है। इससे इन परिवारों को केरोसिन और लकड़ी के धुएं से मुक्ति मिली है। इस योजना के आने के बाद राज्य शासन द्वारा गरीब परिवारों को मिलने वाला चार लीटर केरोसिन आधा कर दो लीटर कर दिया गया है। इससे जिले का केरोसिन कोटा 1332 किलोलीटर से घटकर 684 किलोलीटर हो गया हैं। इस निर्णय से गरीब परिवार काफी दुखी है।

खासकर वे बुजुर्ग दम्पत्ती, जो जीवन के अंतिम दिनों में रसोई गैस के कनेक्शन नहीं ले पा रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीण अंचलों में एक बड़ी आबादी इस मिट्टी तेल पर भी आश्रित है। ये लोग केरोसिन का उपयोग खाना बनाने के साथ चिमनी से रोशनी करने में भी करते हैं। उनके सामने इस दो लीटर की व्यवस्था से गम्भीर संकट उत्पन्न हो गया है। वे विरोध और आंदोलन की भूमिका में आ गए हैं।

कैसे जलाएं घर का चूल्हा
राज्य शासन द्वारा जब से राशन दुकानों में केरोसिन को चार लीटर की बजाय दो लीटर किया गया है। इसकी शिकायतों की बाढ़ आ गई है। कलेक्ट्रेट की खाद्य आपूर्ति शाखा में बुजुर्ग और निराश्रित लोग पहुंच रहे हैं। सागरपेशा से आई 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला भागवती ने बताया कि उसे बहू-बेटों ने अलग कर दिया है। उनका चूल्हा इस चार लीटर केरोसिन से जलता था। वह तेल लेने राशन दुकान गई तो दुकानदार ने साफ तौर पर उसे दो लीटर ही मिलना बताया। इससे वह परेशान है कि उसका चूल्हा पूरे माह कैसे जलेगा। यह केवल उसकी अकेली नहीं, बल्कि सैकड़ों लोगों की समस्या है। इससे उनके सामने बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है।

कोटा कम होने के बाद गरीब परिवारों की शिकायतें बढ़ी हैं राज्य शासन के आदेश पर ही केरोसिन का कोटा कम किया गया है। इससे एेसे गरीब परिवार जिनके पास रसोई गैस कनेक्शन नहीं है, उन्हें केवल दो लीटर तेल की पात्रता होगी। यह सहीं है, कोटा कम होने के बाद गरीब परिवारों की शिकायतें बढ़ी है।
डीके मिश्रा , सहायक आपूर्ति अधिकारी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो