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छिंदवाड़ा

रावण दहन बंद करने की उठी मांग, लोग बोले- हमारी भावनाएं आहत हो रहीं, परंपरा बंद की जाए

गोंडवाना समर्थकों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर रावण दहन की परंपरा पर रोक लगाने की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि, रावण हमारे आराध्य है। दहन से हमारी भावनाएं आहत होती हैं।

छिंदवाड़ाOct 04, 2022 / 05:58 pm

Faiz

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रावण दहन बंद करने की उठी मांग, लोग बोले- हमारी भावनाएं आहत हो रहीं, परंपरा बंद की जाए

छिंदवाड़ा. एक तरफ जहां देशभर में दशहरे के दिन रावण दहन की परंपरा हजारों साल मनाई जाती आ रही है, तो वहीं मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में रहने वाले आदिवासी समाज के लोगों ने धार्मिक भावनाएं आहत होने का हवाला देते हुए दशहरे के दिन रावण और मेघनाथ दहन पर पाबंदी लगाने की मांग कर दी है। जिले में गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन इंडिया द्वारा रावण दहन पर रोक लगाने की मांग की गई है। गोंडवाना समाज के लोगों ने छिंदवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा है। साथ ही, रावण और मेघनाथ के दहन बंद करने की मांग की है। यूनियन के सदस्यों का कहना है कि, रावण और मेघनाथ हमारे भगवान है। उनके दहन से हमारी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। लिहाजा इस परंपरा को बंद किया जाए।


ये बात तो देश का हर एक नागरिक जानता है कि, दुनियाभर में भारत ही एक मात्र ऐसा देश है, जहां विभिन्न सांस्कृतियां और धरोहरें हैं। यहां अधिकतर स्थानों पर राम को पूजा जाता है तो वहीं अंधकार का अंधकार और अहंकार का प्रतीक मानकर रावण का दहन किया जाता है। लेकिन, एकसौ पैतीस अरब की आबादी वाले इस विशाल देश में राम ही नहीं बल्कि रावण को भगवान मानने वाले संप्रदाय मौजूद हैं।

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आपको बता दें कि, आदिवासी समाज का एक बड़ा वर्ग रावण और मेघनाथ को भगवान मानते हुए उनकी पूजा करता है। कई वर्षों से ये लोग लगातार रावण दहन पर रोक लगाने की मांग उठाते आ रहे हैं कि, रावण उनके आराध्य हैं, लिहाजा रावण दहन बंद किया जाना चाहिए। इसके पहले भी विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा छिंदवाड़ा में ही रावण दहन के विरोध में रामायण तक जलाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

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इसी के तहत दशहरा से एक दिन पहले मंगलवार को छिंदवाड़ा में गोंडवाना समर्थकों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर रावण दहन की परंपरा पर रोक लगाने की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि, रावण हमारे आराध्य है। हर साल उनका दहन किये जाने से हमारी भावनाएं आहत होती हैं। इसलिए परंपरा को जल्द ही बंद कराया जाना चाहिए।

 

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