जिला पंचायत द्वारा इस बार तामिया, डोंगरा, अमरवाड़ा में रजोला, सोनपुर, हर्रई, बटकाखापा समेत अन्य स्थानों पर अचार से चिरोंजी बनाने की प्रोसेसिंग मशीन लगाई गईं हैं। इन मशीनों को चलाने का जिम्मा स्व-सहायता समूहों को दिया गया है। इसके बाद चिरोंजी की मार्केटिंग करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। फिलहाल दो हजार मीट्रिक टन वनोपज एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है। अभी 15 क्विंटल अचार गुठली एकत्र हो गई है।