इसमें विशेषज्ञ चिकित्सक एवं कर्मचारियों की एक टीम को सेवाएं तथा आवश्यक जीवन रक्षक दवाइयां व उपकरणों सहित ड्यूटी पर मौजूद रहने के निर्देश दिए गए थे। बताया जाता है कि सिविल सर्जन डॉ. सुशील राठी ने 7 सितम्बर को चिकित्सा सेवा में लगाई ड्यूटी में आयुष विंग के प्रशिक्षु डॉ. प्रवीण साहू को चिकित्सा अधिकारी एवं टीम प्रभारी बनाया, जबकि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले डॉक्टरों की वीवीआइपी सेवाओं में ड्यूटी नहीं लगाई जाती है।
इतना ही नहीं 8 सितम्बर 2019 को भी एमबीबीएस डॉक्टर की जगह अन्यत्र की ही ड्यूटी लगाई गई। इस संदर्भ में सिविल सर्जन डॉ. राठी ने बताया कि राज्यपाल के छिंदवाड़ा पहुंचने की सूचना उन्हें अचानक मिली, जिसकी वजह से मौजूद अमले में से ही ड्यूटी लगाई गई। इसकी सूचना भी उन्होंने पुलिस अधीक्षक को दे दी थी।