बताया जाता है कि दुकानों का नामांतरण करने में पचास हजार रुपए शुल्क निर्धारित करने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन दुकानों को सरेंडर कर दोबारा आंवटित करने में लाखों रुपए का राजस्व समिति को प्राप्त हो सकता है। इसलिए कलेक्टर वेदप्रकाश ने सम्बंधित दुकानों को सरेंडर करने पर चर्चा की। इस दौरान अस्पताल के गेट क्रमांक-एक को खोलने पर चर्चा की गई, लेकिन यातायात तथा मरीजों की व्यवस्था बिगडऩे के कारण गेट को बंद रखने का ही निर्णय लिया गया साथ ही परिसर में 20 आरओ सिस्टम लगाने निर्देश दिए।
धर्मशाला में बनेंगे प्राइवेट वार्ड
रोगी कल्याण समिति की बैठक में कलेक्टर ने प्राइवेट वार्ड निर्माण को लेकर जोर दिया। इसके लिए पीआइयू के कार्यपालन यंत्री अग्रवाल तथा आरएमओ डॉ. दुबे को संयुक्त रूप से स्थिति का जायजा लेने भेजा गया। इसके बाद कलेक्टर ने स्वयं धर्मशाला का निरीक्षण कर दो यूनिट में पांच-पांच बिस्तरों का प्राइवेट वार्ड निर्माण करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि बीस बिस्तरों का वार्ड बनाने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन पर्याप्त जगह न होने से उक्त निर्णय लिया गया है। वहीं मेडिकल कॉलेज में चालीस बिस्तरों का प्राइवेट वार्ड बनना बताया जाता है।
रात्रि ड्यूटी करेंगे मेडिकल के डॉक्टर
प्रभारी सांसद प्रतिनिधि जफर खान ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों द्वारा रात्रि कालीन ड्यूटी करने के प्रस्ताव पर कलेक्टर ने आयुक्त चिकित्सा शिक्षा विभाग व डीन से पत्राचार करने का आश्वासन दिया। खान ने बताया कि उपचार के अभाव में आए दिन मरीजों की मौत होने की शिकायत मिल रही है। इससे प्रस्ताव के लागू होने से राहत मिल सकती है।
गंदगी पर नाराजगी
सिविल सर्जन कार्यालय के पीछे फैली गंदगी और गाजर घास को लेकर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की। सफाई करवाकर चैकर्स लगाने के निर्देश दिए गए।