संघ के लिए 14 तारीख होगी ऐतिहासिक
संघ पंजीयन मामले में होगी सुनवाई
VHP International Executive President Togadia Declaration
छिंदवाड़ा/नागपुर. 14 सितंबर दिन गुरुवार आरएसएस के लिए खास है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजीयन मामले पर 14 सितंबर को सुनवाई होनी है। शनिवार को सार्वजनिक न्यास पंजीयन कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारी अनुपस्थित थे, लिहाजा आवेदन पर विचार लंबित रखा गया है। इस बीच आवेदक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नाम पर संगठनात्मक कार्य की शुरुआत कर दी है।
आवेदक जनार्दन मून ने संघ के नाम पर संस्था पंजीयन का आवेदन सार्वजनिक न्यास पंजीयन कार्यालय नागपुर में दिया है। उस पर शुक्रवार को निर्णायक सुनवाई होने वाली थी। मून के अनुसार उन्हें सार्वजनिक न्यास पंजीयन कार्यालय के अधीक्षक ने तारीख बढऩे की जानकारी दी। बताया गया है कि पुणे में धर्मदाय मामलों पर उच्चस्तरीय बैठक चल रही है। उस बैठक में शामिल होने के लिए सभी जिलों से संबंधित विभाग के अधिकारी पहुंचे हैं। सार्वजनिक न्यास पंजीयन कार्यालय नागपुर से करुण पत्रे भी पुणे की बैठक में शामिल हुई हैं। पत्रे ही मून के आवेदन पर सुनवाई करने वाली हैं।
इस बीच मून ने संघ के नाम पर संगठन कार्य करने की शुरुआत कर दी है। उन्होंने संघ के नाम पर संगठन में 13 पदाधिकारी व सदस्य नियुक्त किए हैं। पदाधिकारियों में चंद्रभान कोलते, किरण पाली, गणेश मतुरे, अनिल सहारे, रवींद्र डोंगरे शामिल हैं। मून व उनके साथियों ने संविधान चौक पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके संघ के पदाधिकारी के तौर पर शपथ ली। संघ का संगठनात्मक कार्यालय स्वर्णनगर नारी रोड बताया गया है। सौंपे *****ली संघ के दस्तावेज उधर संघ के नाम पर पहले ही से संगठन पंजीयन होने का दावा करने वाले अधिवक्ता राजेंद्र गुंडलवार ने कहा है कि संगठन के पंजीयन के लिए व्यापक प्रक्रिया है। न्यास पंजीयन कार्यालय को संघ के पंजीयन के संबंध में दस्तावेज सौंपे जा चुके हैं।
ज्ञात हो कि इन दिनों संघ से जड़े लोग ही सरकार में हैं, ऐसे सुनवाई के बाद होने वाले निर्णय पर सबकी नजरें रहेंगी। बहरहाल, राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।