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छिंदवाड़ा

नहीं पहुंचती एंबुलेंस, घर में हो जाती है डिलेवरी

जननी एक्सप्रेस भी बारिश मौसम में महलारी, बाकुल गांव तक नहीं पहुंच पाती। जिससे घर पर गर्भवती की डिलेवरी हो जाती है।

छिंदवाड़ाSep 02, 2018 / 04:59 pm

mantosh singh

Home gets delivery

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अम्बामाली . मोहखेड़ मुख्यालय से लगभग 28 किमी दूरी पर बसे गांव महलारी बाकुल, चंदरजोत, पिपलगांव यह गांव घने वनों मे बसे हुए है। यहां पक्की सड़क ना होने के कारण आवागमन बाधित होता है। इन गांवों में आदिवासी लोग निवास करते है जो कि शासन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। सबसे खासबात है कि यहां सड़क न होने की वजह से एंबुलेस तक नहीं पहुंच पाती है। बारिश के दिनों में यदि किसी महिला की डिलेवरी हो तो एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती है और कई महिलाओं की तो घर में ही डिलेवरी हो जाती है। वहीं अगर कोई बीमार हो जाता है श् तो उसके लिए कोई साधन नहीं होता है। सड़क इतनी खराब है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। एंबुलेस के चालक ने बताया कि मैं कई बार पेसेंट लेने आता हूं परंतु गांव तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती इसलिए गांव से 10 किमी की दूरी पर ही एंबुलेस खड़ी कर मरीज का इंतजार करना पड़ता है। जननी एक्सप्रेस भी बारिश मौसम में महलारी, बाकुल गांव तक नहीं पहुंच पाती। जिससे घर पर गर्भवती की डिलेवरी हो जाती है।
जुन्नारदेव . नगर का एकमात्र विश्राम गृह पहुंच मार्ग गड्ढों में तब्दील हो गया है। सड़क के दोनों ओर बनी कच्ची नालियों का पानी सड़क पर बह रहा है। जिसके कारण सड़क के बीचो-बीच गड्ढे हो चुके हैं। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। विश्राम गृह से सौ फीट दूर सड़क दलदल में तब्दील हो चुकी है। इस सड़क की मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग घोर लापरवाही बरत रहा है। रेस्ट हाउस के सामने से ग्राम पंचायत केवलारी टाटावारा ,अलीवाडा आदि अनेक ग्राम के ग्रामीण प्रतिदिन इस मार्ग से आना जाना करते हैं। वहीं इस सड़क पर सभी शासकीय विभाग के अधिकारी विश्राम गृह का उपयोग करते हैं। ऐसे अति व्यस्त मार्ग को तत्काल मरम्मत करने की मांग क्षेत्रीय जनता ने की है। उल्लेखनीय है कि लोक निर्माण विभाग जुन्नारदेव कार्यालय में काम करने वाले सभी अधिकारी कर्मचारी भी इस सड़क से आना जाना करते हैं। उसके बाद भी इस सड़क की दुर्दशा पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसको लेकर क्षेत्रीय जनता में रोष है। इस मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों गाडिय़ां सब्जी की आती है जिन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।

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