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छिंदवाड़ा

देश-विदेश में अपना हुनर दिखा चुकीं पूर्वी बनना चाहती है आइएएस, जानें वज्ह

– पत्रिका टेलेंट टॉक, महज आठ वर्ष की उम्र में पाया अंतरराष्ट्रीय अबेकस प्रतियोगिता में चेम्पियन ऑफ चेम्पियन का सम्मान

छिंदवाड़ाNov 30, 2020 / 07:05 pm

Dinesh Sahu

देश-विदेश में अपना हुनर दिखा चुकीं पूर्वी बनना चाहती है आइएएस, जानें वज्ह

देश-विदेश में अपना हुनर दिखा चुकीं पूर्वी बनना चाहती है आइएएस, जानें वज्ह

छिंदवाड़ा/ खुद को बेहतर साबित करने के लिए शुरुआत से कई चुनौतियों का सामना किया है। मलेशिया के पेनांग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय अबेकस प्रतियोगिता में चेम्पियन ऑफ चेम्पियन का सम्मान महज आठ वर्ष की उम्र में पाया। इसी तरह वर्ष 2015 में यूएइ के अबूधाबी में अंग्रेजी भाषा की स्पेलिंग बीस परीक्षा में इंटरनेशनल बडिंग स्टारर्स पुरस्कार पाया है। जेइइ मुख्य एवं एडवांस परीक्षा में उत्कृष्ट नम्बर प्राप्त किया तथा 1033वीं रैंक हासिल कर आइआइटी बॉम्बे में कैमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है।
सौंसर के मोहगांव हवेली निवासी पूर्वी पिता जागेश सोमकुंवर प्रशासनिक सेवा में कॅरियर बनाना चाहती है तथा कलेक्टर बनकर देश और समाज के उत्थान का प्रयास करने की इच्छा है। उन्होंने बताया कि गणित विषय पर आधारित अबेकस की पढ़ाई नागपुर से की है और सफलता के लिए माता-पिता और शिक्षकों को दिया है।

सवाल – आइआइटी बॉम्बे संस्थान मिला, आपके लिए कितना अहम है।


जवाब – देश में आइआइटी के कई बेस्ट संस्थान है, जिनमें से एक बॉम्बे देश का उत्कृष्ट संस्थान माना जाता है। इसमें चयन होना काफी महत्वपूर्ण है। हर साल करीब 12 लाख विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होते है, पर सफलता हर किसी को नहीं मिलती। इसलिए यह मेरे लिए बहुत महत्व रखता है।

सवाल – किस तरह स्वयं को बनाया खास –


जवाब – प्रतियोगिता के आधार पर देखा जाए तो मैने कई परीक्षाओं में कड़ी मेहनत कर उपलब्धि हासिल की है। चाहे वह इंटरनेशनल गेम्स हो, आइआइटी में जाने की तैयारी। स्वयं को इसके लिए डैवलप किया। कई बार किसी फिल्ड या परेशानी में मदद चाही, पर सहयोग नहीं मिला। इसके चलते स्वयं अपने लक्ष्य में जुट गई, जो कि मेरे लिए खास है।

सवाल – कॅरियर के लिए प्रशासनिक सेवा ही को क्यों चुना।


जवाब – आइआइटी कैमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई तो कर रही हूं। लेकिन मैं भविष्य में आइएएस बनना चाहती हूं। कैमिकल फिल्ड में भी काफी स्कोप है, ऐसा जरूरी नहीं कि जिसकी पढ़ाई कर रहे है, उसमें ही कॅरियर बनाए। माता-पिता और मेरा भी सपना कलेक्टर बनना है।

सवाल – पढ़ाई में नम्बर वन आने के लिए कोई टिप्स है


जवाब – सफलता आसानी से नहीं मिलती है। इसके लिए खुद को तैयार करना पड़ता है, सेल्फ स्टडी के साथ-साथ शुरुआत से ही नियमित पढ़ाई करना चाहिए। हो सकता है एक बार में सफलता नहीं मिले, पर निराश नहीं होकर फिर से पूरी ऊर्जा के साथ तैयारी करना जरूरी है। कई विद्यार्थी सिर्फ परीक्षा देने के लिए पढ़ते है, जिनका भविष्य सीमित रह जाता है। स्वयं पर विश्वास रखना ही उचित होता है।

सवाल – किसी क्षेत्र में आगे बढऩे में परिवार का सहयोग कितना अहम।


जवाब – कॅरियर और एजुकेशन दोनों क्षेत्रों में परिवार का योगदान काफी अहम होता है। वर्तमान में आइआइटी की ऑनलाइन क्लास चल रही है, जिसमें घर से अध्ययन करना पड़ता है। इसके लिए परिवार से पूरा सहयोग मिलता है।

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