प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने विसर्जन कुण्डों पर की तीन सेम्पल की तैयारी,टेस्ट से होना पानी में बदलाव का विश्लेषण
छिंदवाड़ा•Sep 12, 2019 / 11:46 am•
manohar soni
विसर्जन: इस रिपोर्ट से पता चलेगा पानी पर कलर का कितना असर
छिंदवाड़ा.भगवान श्रीगणेश की प्रतिमाओं में उपयोग होने वाले रासायनिक रंग के असर का पता प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तीन सेम्पल रिपोर्ट से चलेगा। बोर्ड द्वारा विसर्जन से पहले कुण्ड,फिर विसर्जन के बाद और उसके एक सप्ताह बाद पानी के सेम्पल लिए जाएंगे। फिर लैब टेस्ट से जल स्त्रोतों के पानी में बदलाव के बारे में विश्लेषण किया जाएगा।
बोर्ड के मुताबिक गणेशोत्सव के अंतिम दिन 12 और 13 सितम्बर को पूरे जिले के शहर और गांवों के तालाब,नदी के घाटों पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। इस विसर्जन के लिए शहर में छोटा तालाब और कुलबेहरा नदी में कुण्ड बनाए गए हैं। इसी तरह दूसरे नगरों में भी कुण्ड का इंतजाम किया गया है। हाल ही में इन कुण्डों के पानी का पहला सेम्पल लिया गया। विसर्जन होने के बाद आगे दो सेम्पल लिए जाएंगे। इन सेम्पल से रासायनिक रंगों के प्रभाव के संबंध में स्थिति स्पष्ट होगी। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ.अविनाश चंद्र करेरा ने बताया कि जल स्त्रोतों को प्रदूषित होने से बचाने के लिए बोर्ड की गाइड लाइन के मुताबिक विसर्जन कुण्ड बनवाए गए हैं। लोगों से यहीं प्रतिमाएं विसर्जन करने की अपेक्षा की जा रही है। सेम्पल से पानी पर रासायनिक रंगों के असर के बारे में महत्वपूर्ण डाटा मिलेगा।
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छोटा तालाब और कुलबेहरा में विसर्जन शुरू
शहरी और ग्रामीण इलाकों में भगवान श्री गणेश का हवन-पूजन होने के बाद उनका विसर्जन शुरू हो गया है। फिलहाल छोटा तालाब,कुलबेहरा नदी समेत अन्य स्थलों पर छोटी प्रतिमाएं आ रही है। बड़ी प्रतिमाओं का आना 12 सितंबर को सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगा। विसर्जन स्थलों पर इस वर्ष भी छोटा तालाब कुंड में क्रेन, साफ.-सफ ाई, लाइट, नदी के घाट पर नाव,मोटर बोट तथा सडक़ों पर पर्याप्त सफ ाई व प्रकाश की व्यवस्था के लिए नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों तथा सफ ाई दरोगा की ड्यूटी लगाई गई है। कर्मचारी लगातार १३ सितम्बर की सुबह तक 24 घंटे विसर्जन स्थल पर उपलब्ध रहेंगे और विसर्जन का काम पूरा करेंगे।
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