उल्लेखनीय है कि मप्र शासन ने छिंदवाड़ा समेत प्रदेश के सभी शासकीय चिकित्सा संस्थाओं की ओपीडी का समय परिवर्तित कर 1 जून से लागू करने के आदेश भी सीएमएचओ तथा सिविल सर्जन को जारी कर दिए, लेकिन अधिकृत पत्र नहीं मिलने का बहाना बनाकर चिकित्सा अधिकारियों ने तीसरे दिन सोमवार तक आदेश का पालन नहीं किया था। इस संदर्भ में पत्रिका ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर डॉक्टरों की मनमानी सामने लाई थी। खबर प्रकाशित होते ही चिकित्सा महकमे में हलचल मची तथा डॉक्टर शासन की मंशा के आधार पर ड्यूटी करने लगे।
पैथालॉजिस्टों पर नहीं पड़ा प्रभाव – शासकीय अस्पतालों की ओपीडी में हुए समय के बदलाव के साथ-साथ पैथालॉजी तथा बायोकेमिस्ट्री का भी समय निर्धारित किया गया है। इस दौरान विभाग में पैथालॉजिस्ट डॉक्टरों को भी अनविार्य रूप से मौजूद रहना है, लेकिन जिला अस्पताल में पदस्थ पैथालॉजिस्ट डॉक्टर कक्ष बंद मिला। विभागीय कर्मचारियों से पूछने पर उन्होंने भी कोई जानकारी नहीं होना बताया।