जबकि शासन ने 24 जून 2019 से छिंदवाड़ा समेत प्रदेश में नवीन शैक्षणिक सत्र की शुरुआत कर दी है तथा वर्तमान में बारिश का मौसम होने से उक्त समस्याओं का सामना छात्र-छात्राओं को करना पड़ सकता है। प्रतिवर्ष स्कूलों की काया बदलने के लिए करोड़ों रुपए की कार्य योजना तैयार की जाती है।
इसके बावजूद जिले के अधिकांश स्कूलों में बिजली, पेयजल, शौचालय, क्लास रूम, शाला पहुंच मार्ग समेत अन्य कई दिक्कतें स्थिर है। नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक 2.80 प्रतिशत प्राथमिक तथा 1.20 प्रतिशत माध्यमिक स्कूलों के बच्चे नियमित अध्ययन जारी नहीं रखते है।
स्कूल के बाहरी परिसर तक नहीं बिजली – लोक शिक्षण संचालनालय मप्र ने नवनिर्मित शासकीय स्कूलों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए बाहरी परिसर में बिजली व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए थे। इस संदर्भ में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की अपर संचालक डॉ. कामना आचार्य ने जिला शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई कर सात दिवस के भीतर जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।
फैक्ट फाइल – 1. 79.04 – जिले में पुरुष साक्षरता दर
2. 63.01 – जिले में महिला साक्षरता दर 3. 95.60 – फीसदी जिले के स्कूलों में बालिका शौचालय
4. 95.10 – फीसदी जिले के स्कूलों में बालक शौचालय
2. 63.01 – जिले में महिला साक्षरता दर 3. 95.60 – फीसदी जिले के स्कूलों में बालिका शौचालय
4. 95.10 – फीसदी जिले के स्कूलों में बालक शौचालय
5. 97.90 – प्रतिशत स्कूलों में पेयजल व्यवस्थाएं
6. 26.1 – प्रतिशत स्कूलों में बिजली व्यवस्था उपलब्ध है।
जिले में संचालित स्कूलों की संख्या – 1. शिक्षा विभाग अंतर्गत हाईस्कूलों की संख्या – 123
6. 26.1 – प्रतिशत स्कूलों में बिजली व्यवस्था उपलब्ध है।
जिले में संचालित स्कूलों की संख्या – 1. शिक्षा विभाग अंतर्गत हाईस्कूलों की संख्या – 123
2. शिक्षा विभाग अंतर्गत हायर सेकंडरी स्कूलों की संख्या – 131
3. ट्रायबल विभाग अंतर्गत हाई तथा हायर सेकंडरी स्कूलों की संख्या – 116 4. जिले में संचालित प्राथमिक स्कूलों की संख्या – 2685
5. जिले में संचालित माध्यमिक स्कूलों की संख्या – 1041
3. ट्रायबल विभाग अंतर्गत हाई तथा हायर सेकंडरी स्कूलों की संख्या – 116 4. जिले में संचालित प्राथमिक स्कूलों की संख्या – 2685
5. जिले में संचालित माध्यमिक स्कूलों की संख्या – 1041