कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने कहा कि किसान कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के उचित मार्गदर्शन में स्मार्ट वर्क करेंगे। आवश्यकता के अनुसार खेती की पद्धति में बदलाव करेंगे। नवाचारों को अपनाएंगे तो अधिकतम लाभ उठा सकेंगे। ये मसाले आपकी आय के अतिरिक्त स्रोत होंगे, जो आपकी आय पांच गुना तक बढ़ा सकते हैं। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पार्थ जैसवाल ने भी उपस्थित किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने आश्वस्त किया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र चंदनगांव के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक धु्रव कुमार श्रीवास्तव व रूपेन्द्र झाडे, उप संचालक कृषि जितेन्द्र कुमार सिंह समेत अन्य उपस्थित हुए। कार्यशाला में इन मसालों के पौधे भी प्रदर्शन के लिए रखे गए थे।