Inspiration: 20 वर्षीय इस लडक़ी का संघर्ष आपको भी देगा प्रेरणा, पढ़ें पूरी खबर
छिंदवाड़ाPublished: Oct 21, 2020 12:17:17 pm
भीड़ से अलग हटकर कुछ करना है तो भी उसके लिए कठिन परिश्रम जरूरी है।
Inspiration: 20 वर्षीय इस लडक़ी का संघर्ष आपको भी देगा प्रेरणा, पढ़ें पूरी खबर
छिंदवाड़ा. किसी ने सच ही कहा है बिना संघर्ष के सफलता नहीं मिलती। भीड़ से अलग हटकर कुछ करना है तो भी उसके लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। कुछ ऐसी ही सोच है कशिश लालवानी की। महज 20 वर्ष की उम्र में ही कशिश ने ऐसा कुछ कर दिया है जो सभी लोगों के लिए प्रेरणादायी है। मूलरूप से नैनपुर निवासी कशिश ने बताया कि उनके पिता दिलीप कुमार लालवानी बिजनेस करते हैं और मम्मी हर्षा लालवानी गृहिणी हैं। मम्मी-पापा की वह अकेली संतान हैं। कशिश दो वर्ष पहले छिंदवाड़ा आई और यही से एक मैनेंजमेंट कॉलेज में दाखिला लिया। कुछ समय तक कशिश ने पैरेंट्स से ही पढ़ाई और अन्य खर्च के लिए पैसे लिए। बीते वर्ष उन्होंने एक संकल्प लिया कि वह घर से पढ़ाई के लिए पैसे नहीं लेगी। इसके लिए वह संघर्ष करने लगी। किराए के मकान में ही कशिश ने ट्यूशन लेना शुरु कर दिया। कशिश ने बताया कि मैं सुबह घर पर खाना बनाकर जाती थी और फिर दिन में कॉलेज में पढ़ाई करने के बाद घर लौटती थी। इसके बाद बच्चों को ट्यूशन देती थी। कशिश ने बताया कि मुझे बेकरी का काम आता था। मैंने ट्यूशन के साथ ही केक बनाना शुरु कर दिया और घर के बाहर एक पम्पलेट लगा दिया। लोग मुझे केक का ऑर्डर देते थे और मैं बाजार से कम दाम पर ही लोगों के घर तक केक डिलीवर करने लगी। धीरे-धीरे उनका बिजनेस अच्छा चल गया है। कशिश ने लॉकडाउन के समय में लोगों के घरों तक केक के साथ निशुल्क मास्क भी पहुंचाया। इसके अलावा कोरोना काल में लोगों की आर्थिक परेशानी को देखते हुए पचास प्रतिशत डिस्काउंट पर लोगों को केक पहुंचा रही हैं। आज कशिश अपनी मेहनत से न सिर्फ अपनी पढ़ाई का खर्च निकाल रही हैं बल्कि वह अच्छी खासी बचत भी कर रही हैं। जिसे वह आने वाले समय में पढ़ाई पूरी होने के बाद बड़े बिजनेस में लगाएंगी। कशिश इस समय नैनपुर में हैं। कशिश सफल बिजनेसमैन बनना चाहती हैं। कशिश कहती हैं कि उनके पैरेंट्स आर्थिक रूप से संपन्न हैं। वह चाहती तो घर से पैसे लेकर ही एक अच्छी लाइफस्टाइल जी सकती हैं, लेकिन वह चाहती हैं अपना मुकाम खुद हासिल करें। उन्होंने अपने पैरेंट्स को संघर्ष करते हुए देखा है। इसलिए उन्हें मालूम है कि कि संघर्ष के बिना एक अच्छा बिजनेसमैन बन पाया मुश्किल है।