रेशम पालन में एक कोषा लगभग 2 ग्राम का होता है एवं एक वर्ष में पांच फसल ली जा सकती है।
छिंदवाड़ा•Jun 21, 2019 / 05:53 pm•
Sanjay Kumar Dandale
sukha prabhavit kisano ke liye badi khabar fasal anudan yojana
सौसर. कृषि तकनीकी प्रबंधन एजेंसी आत्मा अंतर्गत ग्राम भुम्मा में परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत बने कृषक समूहों के कलस्टर में बैठक आयोजित की गई। जिसमें जैविक खेती विशेष रूप से कपास फसल पर किस प्रकार से जैविक खेती करें आदि विषय पर चर्चा की गई। साथ ही किसानों को रेशम पालन से संबंधित जानकारी दी गई। रेशम पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीयन करने हेतु प्रेरित किया। किसानों को बताया कि रेशम पालन में एक कोषा लगभग 2 ग्राम का होता है एवं एक वर्ष में पांच फसल ली जा सकती है। एक वर्ष में लगभग प्रतिवर्ष 12 किलो कोसा प्राप्त होता है। हर महीने लगभग 18000 कमा सकते हैं।
आत्मा परियोजना के असिस्टेंट मैनेजर पंकज पराडकर ने बताया कि गत वर्ष यहां से किसान रेशम पालन की वास्तविकता देखने हैदराबाद गए थे। वहां से रेशम पालन का अवलोकन कर वापस आने पर उनके द्वारा खेती करने हेतु प्रयास किए जा रहे हैं। इस हेतु विभाग द्वारा उन्हें रेशम पालन हेतु प्रेरित भी किया जा रहा है।
इस अवसर पर हुई बैठक में ब्लॉक टेक्नोलॉजी मैनेजर आत्मा परियोजना पंकज पराडकर, सुदामा मानमोड़े, सेंट्रल बैंक शाखा प्रबंधक एवं स्टाफ उपस्थित रहा।
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