इधर निर्माण एजेंसी का कहना है कि कोविड -19 अस्पताल को पुरी तरह से तैयार होने में तीन माह का वक्त लगेगा। हालांकी दावा ये भी किया जा रहा हैं कि एक माह के अंदर ही कोविड से लडऩे के लिये सभी जरूरी सेवाएं शुरू कर दि जाएगी। भोपाल में इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल पॅनल का काम लगभग पुरा हो रहा है। इसके यहां स्थापित होते ही इन्वर्टर और ऑक्सीजन की सुविधा भी बहाल हो जाएगी।
कोरोना वायरस से लड़ाई लडऩे के लिये स्थानीय मेडीकल स्टॉफ में बेचैनी बढ़ गई है। सिविल अस्पताल में पदस्थ स्टॉफ में इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गयी है कि नए अस्पताल में स्टॉफ तैनात होने के बाद सिविल अस्पताल में कौन मरीजों का उपचार करेगा?