कम मतदान से उलझे लोग
मतदान प्रतिशत में कमी से भाजपा-कांग्रेस के नेताओं के जीत के अलग-अलग दावे हैं, तो वहीं चौक-चौराहे, पान ठेले समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर चुनावी चर्चा के दौरान गरगर्मी का माहौल बना हुआ है। किसकी सीटें बढ़ेगी या घटेंगी, यह सवाल चर्चा का विषय है। राजनीति के जानकार छिंदवाड़ा समेत महाकौशल, विंध्य और मालवा क्षेत्र में किसकी सीटें आएंगी व किसको मिलेंगी, इस बारे में समझा रहे हैं। वहीं पूरे देश की सीटों पर भी मंथन हो रहा है।
केवल जुन्नारदेव में बढ़ा मतदान
पिछले लोकसभा चुनाव 2019 से तुलना की जाए तो जुन्नारदेव को छोडकऱ हर विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत घटा है। जुन्नारदेव में भी केवल प्वाइंट में 0.55 प्रतिशत मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। जबकि चौरई में सबसे ज्यादा 4.46 प्रतिशत मतदान कम हुआ है। दूसरे विधानसभाओं में भी मतदाताओं ने वोटिंग में कम रुचि दिखाई है। मतदान में यह कमी कहीं छिंदवाड़ा की राजनीति में कुछ बदलाव की इबारत तो नहीं लिखने जा रही है या फिर यथावत रहेगी, इसका उत्तर चार जून को मतगणना में ही मिलेगा। फिलहाल दोनों दलों के नेता राजनीति के चश्मे से इसे अपने अपने फायदे के रूप में देख रहे हैं।
कलेक्टर-एसपी ने लिया स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का जायजा
संसदीय निर्वाचन क्षेत्र छिंदवाड़ा में 19 अप्रेल को मतदान के बाद छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम मशीनें शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज छिंदवाड़ा में विधानसभावार बनाए गए स्ट्रांग रूम में तीन लेयर की कड़ी सुरक्षा और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखी गई हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शीलेन्द्र सिंह और पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने रविवार को विधानसभावार बनाए गए स्ट्रांग रूमों और पूरे परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।