मुख्य आरोपी अब भी फरार, बेटा-बेटी गिरफ्तार, ये है मामला
छिंदवाड़ाPublished: Oct 16, 2019 12:11:53 am
दूध में बेहोशी की दवा मिलाकर पिलाने वाले मुख्य आरोपी दीपक सरवैया पिता कन्हैयालाल 55 वर्ष निवासी ग्राम चिचौंली थाना डिगरस जिला यवतमाल महाराष्ट्र तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाये है।
छिंदवाड़ा/पांढुर्ना. 12 अक्टूबर की रात गुजरी बाजार चौक में रहने वाले लक्ष्मीकांत उर्फ गोलू उमाठे और पत्नी को संतान सुख का लालच देकर दूध में बेहोशी की दवा मिलाकर पिलाने वाले मुख्य आरोपी दीपक सरवैया पिता कन्हैयालाल 55 वर्ष निवासी ग्राम चिचौंली थाना डिगरस जिला यवतमाल महाराष्ट्र तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाये है।
हालांकि पुलिस ने पीडि़त लक्ष्मीकांत के घर से चुराए हुए दो में से एक मोबाइल और रुपए जब्त कर आरोपी की बेटी वैष्णवी हाल निवासी वरूण नगर, महादेव पुरी अमरावती के घर से करने के कारण उनकी बेटी वैष्णवी और दूसरा मोबाइल बेटा ओमप्रकाश निवासी ग्राम चिचौंली थाना डिगरस जिला यवतमाल के पास से करने के कारण इस मामले में आरोपी बनाया है। पुलिस ने दावा है महाराष्ट्र पुलिस के साथ मिलकर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। जानकारी के अनुसार आरोपी दीपक सरवैया आदतन ठग है जो जहरखुरानी के माध्यम से भोले भाले लोगों को उपचार का दावा कर बेहोशी की दवा पिलाकर लूट करता है। आरोपी पर 7 मामलों में 10-10 साल की सजा सुनाई गई है जो आरोपी केन्द्रीय जेल महाराष्ट्र में काट रहा था। आरोपी ने पैरोल पर आकर पांढुर्ना में इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस के लिए इस मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करना एक चुनौती साबित हो रही है।
पुलिस बेटा और बेटी की गिरफ्तारी से मुख्य आरोपी तक पहुंचने के लिए साफ्ट कॉर्नर मान रही है। इस कार्रवाई में थाना निरीक्षक के साथ सहायक निरीक्षक ओपी सनोडिया, आरक्षक नीतेश रघुवंशी, शिव सिंह बघेल, पुष्पेन्द्र सिंह, महिला आरक्षक दीपिका चौधरी ने ड्यूटी सतर्कता से की है। इन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की गई हैं।