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छिंदवाड़ा

बिना विद्यार्थियों के पढ़ाएंगे स्कूल में मास्टर, लापरवाही की हद हुई पार

उत्कृष्ट और मॉडल स्कूल में पदस्थापना में बरती गई लापरवाही: विभाग लगा लीपापोती करने में, संकाय न छात्र फिर भी नियुक्त कर दिए विषय शिक्षक

छिंदवाड़ाAug 13, 2018 / 10:27 am

Dinesh Sahu

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स्कूल

छिंदवाड़ा. शासकीय उत्कृष्ट और मॉडल स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना में प्रशासन तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने लापरवाही बरती है। इसका खमियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ सकता है। दरअसल, जिले के कुछ स्कूल ऐसे हैं जहां न तो सम्बंधित संकाय है और न ही विद्यार्थी हैं। इसके बाद भी विभाग ने विषय शिक्षकों की पदस्थापना कर दी गई। मामला जब प्रकाश में आया तो अधिकारी अपनी गलती छिपाने का प्रयास करने लगे। बता दें कि मप्र लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल ने विशिष्ट संस्थाओं में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के लिए तीन मार्च 2017 उत्कृष्ट शिक्षकों की पदस्थापना के लिए स्वैच्छिक आवेदन ऑनलाइन मांगे थे।
इसके लिए 24 जुलाई 2017 को परीक्षा भी आयोजित की गई थी और भोपाल से मेरिट लिस्ट भी जारी की गई। इसके आधार पर 30 जुलाई 2018 को एमएलबी स्कूल छिंदवाड़ा में कमेटी गठित कर मेरिट सूची के आधार पर शिक्षकों की काउसंलिंग की गई तथा 10 अगस्त 2018 को पदस्थापना के आदेश जारी किए गए। विभाग द्वारा पहले तो संचालनालय से निर्धारित समय सीमा का पालन नहीं किया और दूसरी ओर लापरवाही अधिकारियों की कार्यशैली को प्रदर्शित करती है।
इधर प्रशासकीय निर्देश के आधार पर काउंसलिंग में चयनित शिक्षकों को उनकी नवीन पदस्थापना में १७ अगस्त तक अनिवार्य रूप से ज्वाइनिंग देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं समय सीमा समाप्त के बाद आदेश को स्वत: निरस्त माने जाने की चेतावनी दी गई है।

काउंसलिंग में स्कूल के प्राचार्य भी थे शामिल


कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित कमेटी में समस्त उत्कृष्ट तथा मॉडल स्कूलों के प्राचार्य भी शामिल थे। इसके बावजूद संकाय तथा विद्यार्थियों की प्रवेश संख्या शून्य होने पर भी सम्बंधित विषयों के शिक्षकों की पदस्थापना कर दी गई। विभाग से भेजी गई मेरिट सूची में जिले के २०५ शिक्षकों के नाम शामिल थे, लेकिन काउंसलिंग के दौरान प्रदेश और जिलास्तरीय पदस्थापना के निर्देशों में अचानक किए गए संशोधन को लेकर बवाल मच गया था। इसके कारण ज्यादातर शिक्षक काउंसलिंग का बहिष्कार कर वापस हो गए थे। इसके बाद विभाग ने शेष १०४ शिक्षकों की पदस्थापना जिले के शासकीय उत्कृष्ट स्कूल छिंदवाड़ा, मोहखेड़, परासिया, सौंसर, पांढुर्ना, अमरवाड़ा, चौरई तथा शासकीय मॉडल हाईस्कूल परासिया, तामिया, अमरवाड़ा और हर्रई में कर दी गई है।

कराई जाएगी जांच


काउंसलिंग के दौरान उत्कृष्ट तथा मॉडल स्कूलों के प्राचार्य मौजूद थे। इसके बावजूद यदि किसी स्कूल से गलत जानकारी उपलब्ध कराने तथा संकाय या विद्यार्थी न होने पर भी नियुक्ति कराई गई है तो जांच कराई जाएगी। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।

आरएस बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी

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