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छिंदवाड़ा

यह है प्रकृति का अनमोल उपहार, इसे सहेजकर रखें

दिव्यांगों को दिया जल संरक्षण का संदेश

छिंदवाड़ाMar 25, 2019 / 12:30 am

Rajendra Sharma

Message of water conservation

Message of water conservation

छिंदवाड़ा. पानी हमें प्रकृति द्वारा अनमोल उपहार के रूप में मिला है। प्राणी एवं प्रकृति की कल्पना जल बिना संभव नहीं है। मानव के साथ-साथ सभी जीवनधारियों के लिए मूलभूत रूप से आवश्यक होता है। जल संरक्षण के प्रति आम जन को जागरूक करने के लिए डेनियलसन कॉलेज में प्राचार्य शालेम एलबर्ट के निर्देशन में रासेयो इकाई डीडीसी और कुकड़ा ग्राम उत्थान समिति के संयुक्त तत्वावधान में मूकबधिर युवाओं के साथ परिचर्चा आयोजित की गई।
इस अवसर पर रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी, केजीयूएस के संयोजक श्यामल राव, मूकबधिर अर्चना चोपड़े, प्रीति मिश्रा, प्रतिभा गेड़ाम, संतोषी सरेठा, रानी साहू, अमित वर्मा, अशोक डेहरिया ने परिचर्चा में भाग लिया। परिचर्चा में अपने विचार रखते हुए श्यामल राव ने वनों के महत्व और उनसे होने वाली फ ायदों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि वन है तो जल है इसलिए वनों के साथ जल संरक्षण के लिए भी हमें ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित कर सकें। रविंद्र नाफ ड़े ने समय रहते जल संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करने कहा और जल का प्रबंधन के लिए शोक पीट का निर्माण, रूफ वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम को अपनाने की सलाह भी दी। सांकेतिक भाषा में विचारों का आदान-प्रदान किया गया। कार्यक्रम में अजय चोपड़ा, उमेश, अखिलेश, राहुल वरुडक़र, गोविंद गुप्ता, संजय आदि का सहयोग रहा।
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