राजनीतिक उपेक्षा से ये प्रोजेक्ट रह गए पीछे
33 करोड़ की मिनी स्मार्ट सिटी योजना व 35 करोड़ की सीएम अधोसंरचना की सडक़ों के लिए नहीं मिल पाया बजट।
1600 करोड़ रुपए के मेडिकल कॉलेज सिम्स निर्माण भी उपेक्षा का शिकार। इसका काम बंद होने की कगार पर है।
400 करोड़ का छिंदवाड़ा विवि का भवन सारना में प्रस्तावित था। इसके लिए राशि का प्रावधान का अभाव दिखाई दिया।
225 करोड़ रुपए का जेल कॉम्प्लैक्स का निर्माण अर्जुनवाड़ी में होना था। यह प्रोजेक्ट भी दम तोड़ रहा है।
4500 करोड़ रुपए का छिंदवाड़ा सिंचाई कॉम्प्लेक्स का प्रोजेक्ट भी 500 करोड़ रुपए के एडवांस भुगतान में फंस गया। पुरानी सरकार रहती तो इसका निर्माण शुरू हो जाता।
छिंदवाड़ा संभाग, कोयलांचल व पांढुर्ना जिला समेत अन्य प्रशासनिक इकाइयों के पुनर्गठन के प्रोजेक्ट भी ठंडे बस्ते में चले गए है।