कन्हरगांव
23 करोड़ रुपए की दरकार
करीब 35 साल के इतिहास में शहर की पेयजल आपूर्ति का केंद्र रहा कन्हरगांव जलाशय पहली बार सूखा है। इसकी भरतादेव फिल्टर प्लांट से जुड़ी 12 किमी की पाइपलाइन जर्जर और बदहाल हो चुकी है। इसका दो साल पहले प्रोजेक्ट बनकर नगरीय प्रशासन विभाग में धूल खा रहा है। नगर निगम द्वारा 23 करोड़ रुपए का नया प्रोजेक्ट फिर से विभाग को भोपाल भेजा गया है। कन्हरगांव की आपूर्ति के विकल्प में माचागोरा बांध से तुरंत पानी मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रयास से सरकार बनते ही शहर को मिला। आगे शहर को कन्हरगांव से ही पानी पीना होगा। ऐसे में नकुल को तुरंत प्रयास करके पुरानी पाइपलाइन को बदलवाना होगा। 14 जून को जब वे जिला योजना समिति की बैठक में उपस्थित हों तो तुरंत उन्हें इस पर कुछ करना होगा।
माचागोरा
अतिरिक्त लाइन का बनवाएं डीपीआर
इस समय शहर में पानी की आपूर्ति माचागोरा बांध से जुड़ी 24 गांवों की जल आवर्धन की अमृतम् योजना से हो रही है। यह एक वैकल्पिक समाधान है, जिस पर भीषण समस्या के चलते शासन-प्रशासन ने 13 करोड़ रुपए खर्च कर धरमटेकरी फिल्टर प्लांट की लाइन को पुराने भरतादेव फिल्टर प्लांट तक जोड़ा। आगे जब धरमटेकरी प्लांट निर्माण पूरा होगा, तब ग्रामीण इलाकों में माचागोरा बांध का पानी पहुंचाने का दबाव बनेगा। इस स्थिति में नगर निगम को माचागोरा बांध के प्वाइंट जम्होड़ी पंडा से सीधे शहर की अतिरिक्त पाइपलाइन डालने की दिशा में सोचना होगा। युवा सांसद नकुल अपने प्रयास से इस योजना को आगे बढ़ा सकते हैं।
आधुनिक महानगर विकसित करने के लिए ये भी जरूरी
1. धरमटेकरी में सर्वसुविधायुक्त डिज्नी-वाटर पार्क बन जाए तो लोग परिवार और मेहमानों के साथ उसका पिकनिक मनाते हुए आनंद ले सकें। 2. छिंदवाड़ा में खुल रही यूनिवर्सिटी में एडवांस स्टडी की सुविधाएं हों। जिससे ये महानगर की श्रेणी में कदम बढ़ाते छिंदवाड़ा की पहचान बने। 3. छिंदवाड़ा को संभाग का दर्जा मिले। पिछली शिवराज सरकार ने इसकी घोषणा की। इस पर अमल अभी तक पेंडिंग है। 4. सरकारी इंजीनियर कॉलेज का लक्ष्य लेकर चलें। इससे छात्रों को कहीं भटकना न पड़ें। 5. शहर में नेशनल लेबल की लाइब्रेरी विकसित हो। 6. शहर और गांवों में सडक़,भवन बनाते समय वाटर रिचाॢजंग और वाटर हार्वेस्टिंग पर काम हो।