गेहूं, चावल और दाल में कालाबाजारी की आशंका
इस पूरे मामले में खाद्य आपूर्ति और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी आवंटन के आंकड़ों को लेकर उलझे हैं वहीं इसकी आड़ में जून में पहुंचे गेहूं, चावल और दाल की कालाबाजारी होने की आशंका बढ़ती जा रही है। गरीब औरजरूरतमंद राशन दुकानों के केवल चक्कर लगा सकते हैं।इसकी आड़ में उनका अनाज बाजार में ऊंचे दामों पर तो नहीं बिक रहा है, इसकी कोई निगरानी प्रणाली दिखाई नहीं देरही है।
खाद्य आपूर्ति विभाग ने नान को ठहराया जिम्मेदार
खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक को लिखे पत्र में साफ कहा कि जिले के आवंटन के अनुरूप अनाज देने में लापरवाही बरती गई है। अप्रैल का आवंटन पूर्ण न होने पर भी जून का प्रदाय प्रारम्भ कर दिया गया। स्वाभाविक रूप से कुछ दुकानों में दो माह की दाल की पूर्ति नहीं हो सकी। इससे उपभोक्ताओं में भ्रम एवं असंतोष की स्थिति बन रही है। मनमाने ढंग से खाद्यान्न एवं दलहन प्रदाय कराया जाना आपत्तिजनक है।
इनका कहना है
अप्रैल से जून तक अनाज आवंटन में लापरवाही पर नागरिक आपूर्ति निगम को पत्र लिखा गया है। जुलाई में जून माह के दाल, चावल आवंटन को राशन दुकानों में वितरित कराने का प्रयास करेंगे।
जीपी लोधी, जिला आपूर्ति अधिकारी