कम्पनी भी बदल दी… वर्षों से एग्रीकल्चर इन्श्योरेंस कम्पनी के जरिए ही किसानों का बीमा प्रदेश में होता था, लेकिन इस बार प्रदेश सरकार ने पूरे जिलों को चार जोन में बांटकर सात कम्पनियों को बीमा कराने का जिम्मा दे दिया। छिंदवाड़ा में इस बार बीमा कम्पनी को बदला गया।
इस बार तो समय ही नहीं दिया सरकार ने
इस बार प्रदेश सरकार भी बीमा को लेकर ज्यादा गम्भीर दिखाई नहीं दे रही है। प्रीमियम को लेकर नए निर्देश आते-आते जुलाई महीने की 24 तारीख हो गई। इसके बाद नोटिफिकेशन हुआ। इसके बाद सिर्फ तीन दिन बीमा करने को बचे थे। कृषि विभाग के मैदान कर्मचारी, पंचायत के कर्मचारी और बीमा कम्पनी के लोग गांवों में बैठे, लेकिन इस बार लोगों को रुझान नहीं दिखा। मिली जानकारी के अनुसार अऋणी किसानों की संख्या इस बार बेहद कम है। पंचायतों से डाटा आने के बाद सही आंकड़ा मिल सकेगा, लेकिन इस बार संख्या दो हजार के पार नहीं जा रही।
इनका कहना है
सहकारी बैंक के स्तर पर हम किसानों को ज्यादा से ज्यादा इससे जोडऩे की कोशिश करते हैं। इस बार तो हमने दो तीन वर्ष में ओवरड्यू रहे खाताधारकों को भी लोन दिया और बीमा योजना से जोडऩे की कोशिश की है।
केके सोनी, महाप्रबंधक, जिला सहकारी बैंक, छिंदवाड़ा