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छिंदवाड़ा

राजनीतिक विश्लेषण: नए मतदाताओं को क्यों भाती है भाजपा, कांग्रेस से रखते हैं परहेज

तमाम आकलन को नतीजों ने झुठलाया

छिंदवाड़ाMay 26, 2019 / 11:03 am

prabha shankar

The winning candidates, the Congress and the BJP MLAs at their polling

The winning candidates, the Congress and the BJP MLAs at their polling

छिंदवाड़ा. लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद अब जीत और हार के आंकड़ों का विश्लेषण शुरू हो गया है। छिंदवाड़ा के चुनाव में अपने को वॉकओवर मिला मान चुकी कांगे्रस और लगभग ऐसा ही सोच रहे राजनीतिक विश्लेषकों के आकलन को नतीजों ने झुठला दिया है। इस लोकसभा चुनाव में पिछले पांच सालों में बढ़े मतदाताओं की संख्या के हिसाब से लगभग 80 प्रतिशत मतदाताओं ने भाजपा को वोट दिया। मुख्यमंत्री के इस जिले में कांग्रेस पर सिर्फ 20 प्रतिशत नए जुड़े मतदाताओं ने विश्वास किया। कांग्रेस को पिछले चुनाव के मुकाबले तीन प्रतिशत कम मिले वोट इस बात को साबित कर रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 11 लाख 7 हजार 606 वोट डले थे जबकि 2019 में एक लाख 34 हजार 959 ज्यादा वोट डले।
कुल मतदान 12 लाख 42 हजार 565 तक पहुंच गया। दोनों चुनाव में कांग्रेस को मिले वोटों को देखें तो इस बार 27 हजार 555 वोट ज्यादा मिलते दिखे। दूसरी तरफ भाजपा को 2014 के मुकाबले इस बार एक लाख 6 हजार 551 ज्यादा वोट मिले। ये पिछली बार से ज्यादा जुडे और उनमें से वोट देने वाले मतदाताओं का लगभग 80 प्रतिशत है। दरअसल, पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिले वोट और विधानसभा में जीत के आंकड़ों को देखकर कांग्रेस निश्चिंत थी। अपने मुकाबले भाजपा के प्रत्याशी वो भी बेहद कमजोर मान रहे थे लेकिन मोदी लहर ने पूरे गणित उलटा दिए।
यही कारण रहा कि 2014 के मुकाबले 2019 में भाजपा कांग्रेस के मुकाबले अपने वोट प्रतिशत का अंतर कम करने में भी कामयाब हुई। 2014 के चुनाव में कांग्रेस को 51.73 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि भाजपा सिर्फ 40.96 प्रतिशत वोट ले पाई थी। लगभग 11 प्रतिशत वोट का अंतर था दोनों को मिले वोटों में। 2019 के इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच में यह अंतर सिर्फ तीन प्रतिशत रह गया। कांग्रेस को इस बार 47.1 प्रतिशत वोट मिले तो भाजपा 44.1 प्रतिशत मतदान अपने पक्ष में कराने में सफल हो गई। पिछले चुनाव के मुकाबले भाजपा का 3.5 प्रतिशत वोट बढ़ा तो कांग्रेस का वोट प्रतिशत 4.68 प्रतिशत कम हो गया। ध्यान रहे पिछले पांच लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच वोटों के प्रतिशत का यह सबसे कम अंतर है।

ऐसे समझें आंकडों से
2014 में डाले गए कुल मत: 1107606
2019 में डाले गए कुल मत: 1242565
पांच साल में बढ़े मतदाता: 134959
2014 में कांग्रेस को मिले वोट: 559755
2019 में कांग्रेस को मिले वोट: 587305
पिछले चुनाव से ज्यादा मिले वोट: 27555
2014 में भाजपा को मिले वोट: 443218
2019 में भाजपा को मिले वोट: 549769
पिछले चुनाव से ज्यादा मिले वोट: 106551

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