कावरे के नाम पर छिड़ी बहस: शिवराज मंत्रीमण्डल में महाकौशल से बालाघाट से राज्यमंत्री बतौर रामकिशोर कांवरे शामिल किए गए। तब से ही उनके नाम की चर्चा पर बहस भाजपा से लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में छिड़ी है। स्थानीय नेता भी कावरे को चाहते हैं। इसके साथ ही गौरीशंकर बिसेन भी लंबे समय से बालाघाट से प्रभारी मंत्री रहे है। इन चर्चाओं के बीच अभी तक सरकार ने इस पर निर्णय नहीं लिया है।
फंड का उपयोग नहीं, बिना दस्तखत के काम
जिला स्तरीय खनिज विकास फंड से विकास कार्यों की स्वीकृति के अधिकार प्रभारी मंत्री के पास है। इस फंड का उपयोग होना भी बंद हो गया है। जिला योजना समिति के हर प्रस्ताव के साथ ट्रांसफर, पोस्टिंग के साथ विभागीय कामकाज में भी प्रभारी मंत्री के हस्ताक्षर होते हैं। अभी ये काम बिना मंत्री की स्वीकृति के चल रहे हैं।