सब्जी थोक भाव चिल्लर भाव
आलू 10-12 20
प्याज 12-14 20
टमाटर 35-40 50-70
भिंडी 22-25 40
लौकी 15-20 40
अदरक 110-120 130-160
बरबटी 20-25 30 से 40
हरी मिर्च 70-80 120
बैंगन 20 40
फर्रास 60-80 120
सूखे के कारण उत्पादन प्रभावित
जिले में बारिश न होने के कारण जून और जुलाई के दरमियान सब्जी उत्पादन एक दम से नीचे गिरा है। गुरैया स्थित थोक सब्जी मंडी जहां सुबह नौ बजे से देर रात तक सब्जी की खरीद बिक्री के लिए रेलमपेल मची रहती थी, आज वहां सन्नाटे जैसा माहौल है। इन दिनों में खूब बिकने वाली पत्ता गोभी तो आ ही नहीं रही। हरी पत्तेदार सब्जियां गमी और पानी की कमी के कारण खेतों में पीली पड़ गई। छिंदवाड़ा के अलावा बिछुआ मोहखेड़ जिले में मुख्य सब्जी उत्पादक क्षेत्र हैं, लेकिन इस सीजन में किसानों के हाल बेहाल हैं। सब्जी उत्पादक रामलाल सराठे ने बताया कि पूरा धनिया सूख गया, टमाटर के भी बुरे हाल हैं।
सब्जियों की चमक गायब
खेतों से टूटी हुई ताजी सब्जियों को देखकर ही उन्हें खरीदने का मन ललचाता है, लेकिन इस समय पानी की कमी से उनकी चमक गायब है। बाजार में भिंडी, बरबटी, गोभी, लौकी गिलकी आदि सब्जियां दिख रहीं हैं, लेकिन बेहद कम। जो आ रहीं हैं वे पानी की कमी के कारण ताजी नहीं लग रहीं। गुरुवार को सब्जी मंडी में चहल-पहल पहले जैसी नहीं। मंडी कर्मचारियों ने बताया कि ये हालात पिछले पंद्रह दिन से हैं।