लगभग पांच माह से छिंदवाड़ा से अमृतसर कोच को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। इस कोच में रिजर्वेशन कराने वाले यात्री छिंदवाड़ा से आमला तक हर दिन परेशान हो रहे हैं। इसके बावजूद भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है। बीते 8 फरवरी को छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन को जो पत्र प्राप्त हुआ था उसमें केवल यह जिक्र किया गया है कि अब सीबीसी कपलर वाला रैक ही पेंचवैली फास्ट पैसेंजर में इस्तेमाल किया जाएगा। स्टेशन प्रबंधन का कहना है कि छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में आर्डनरी कपलिंग का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में कुछ हद तक यह स्पष्ट है कि पेंचवैली फास्ट पैसेंजर में छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के लिए अमृतसर कोच नहीं लगेगी। हालांकि रेलवे को अमृतसर कोच बंद करने के संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी करने चाहिए। इसके अलावा छिंदवाड़ा से रिजर्वेशन की प्रक्रिया अभी बंद नहीं की गई है।
अब तक यह हो रहा था
टे्रनों में दो डिब्बों को जोडऩे के लिए दो तरह की कपलिंग का इस्तेमाल किया जाता है। एक सेंट्रल बफर कपलर(सीबीसी) एवं दूसरा आर्डनरी कपलर। पांच माह पहले तक पेंचवैली पैसेंजर एवं छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में आर्डनरी कपलर सुविधा वाले डिब्बे ही इस्तेमाल किए जाते थे। इसके बाद पेंचवैली फास्ट पैसेंजर के तीन रैक में सीबीसी एवं एक में आर्डनरी कपलिंग का इस्तेमाल किया जाने लगा। जबकि छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के सभी रैक में आर्डनरी कपलिंग डिब्बे इस्तेमाल किए जा रहे हैं। यही वजह थी कि पेंचवैली पैसेंजर में हफ्ते में एक दिन अमृतसर कोच लगकर छिंदवाड़ा आ रहा था। लेकिन 8 फरवरी से पेंचवैली पैसेंजर में सेंट्रल बफर कपलर(सीबीसी) वाले डिब्बे ही इस्तेमाल किए जाने का निर्देश जारी हो चुका है।
यह थी व्यवस्था
छिंदवाड़ा से अमृतसर तक के लिए पेंचवैली फास्ट पैसेंजर में एक स्लीपर बोगी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के लिए आरक्षित की जाती है। बोगी छिंदवाड़ा से आमला तक जाती थी। इसके बाद आमला में बोगी पैसेंजर से अलग हो जाती थी। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के आने के बाद बोगी एक्सप्रेस में लगकर अमृतसर तक जाती थी। छिंदवाड़ा से हर दिन यात्री इस बोगी में आरक्षण कराते थे। वर्तमान समय में छिंदवाड़ा से अमृतसर तक रिजर्वेशन तो किया जा रहा है, लेकिन यात्रियों को सीट आमला में छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में मिल रही है।
पेंचवैली फास्ट पैसेंजर में अब अमृतसर कोच लगकर नहीं आ रहा है। हां यह जरूर है कि छिंदवाड़ा से अमृतसर कोच के लिए छिंदवाड़ा हो रहा है। इसके लिए उच्च अधिकारियों को बताया गया है। यात्रियों को हर दिन समझाइश दी जा रही है। रिजर्वेशन प्रक्रिया उच्च अधिकारियों द्वारा ही बंद कराई जानी है।
संतोष श्रीवास, स्टेशन प्रबंधक, छिंदवाड़ा