कड़ी कार्रवाई की मांग : राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
भीमा कोरेगांव की घटना के विरोध में निकाली रैली सौंसर. महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में शौर्य दिवस के 200 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर पहुचें बौद्ध बंधुओं पर हुए निंदनीय हमले के विरोध में बौद्ध अम्बेडकरी जनसमुदाय द्वारा बुधवार को बुद्ध विहार से रैली निकालते हुए राष्ट्रपति एवं राज्यपाल के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंप दोषियों पर कार्रवाई की रखी गई।
घटना को लेकर सौंसर सहित आसपास के क्षेत्र में तनाव का माहौल देखा जा रहा है। बौद्ध अनुयायी भीमा कोरेगांव की निंदास्पद घटना पर अनुयायियों एवं सभी संगठनों ने आक्रोश व्यक्त किया है।
उच्च स्तरीय जांच की मांग: बुद्ध विहार से सुबह 11 बजे निकाली रैली में बड़ी संख्या में बौद्ध एवं अम्बेडकरी अनुयायी रैली में शामिल हुए। जयभीम का जयघोष करते हुए भीमा कोरेगांव की घटना को अंजाम देने वाले विरोधी पक्षों, असामाजिक तत्वों पर उच्च स्तर की जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग रखी गई। सीबीआई से जांच कराने, दोषियों पर एक्ट्रोसिटी एक्ट लगाने, हत्या के प्रकरण दर्ज करने, मृत लोगों को आर्थिक सहायता के रूप में 50 लाख रूपए और उनके परिवार के सदस्य को
सरकारी नौकरी देने, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो जिसकी सरकार अपनी जवाबदारी सुनिश्चित करे।
सीएम और गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग
महाराष्ट्र सरकार और पुलिस प्रशासन द्वारा घटना की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री स्वयं को पदों से अपना इस्तीफा देना चाहिए। रैली और ज्ञापन सौपते समय बौद्ध आम्बेडकरी सामाजिक संगठनों में रमाबाई अम्बेडकर महिला मंडल, समता सैनिक दल, भीम सेना, भारतीय बौद्ध महासभा, डॉ. अम्बेडकर नवयुवक मंडल सहित सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं जनसमुदाय उपस्थित रहा। ज्ञापन लेते समय प्रशासन की और से तहसीलदार आर कुशराम, एसडीओपी केके वर्मा, थाना प्रभारी चंद्रशेखर भगत, मोंहगांव थाना प्रभारी महेन्द्र भगत, पिपला चौकी प्रभारी जागृति साहू सबल उपस्थित रहे। रैली तहसील के सामने पहुंचने पर नागपुर-छिन्दवाड़ा रोड पर हल्का जाम लगा रहा।