रविवार को विधायक सोहन बाल्मीक ने सेठिया ओपन कास्ट में लगी आग का निरीक्षण किया। ग्रामवासी सोनू राय, सत्तन, दशरथ, भुअनलाल राय, प्रवीण तिवारी, नरेन्द्र डेहरिया, अंगद भारती, पवन साहू, संतोष राय, विनोद सनोडिया सहित ग्रामीणों ने बताया कि सेठिया ओपन कास्ट माइन के कोयले में लगी आग के कारण वहां का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। कोयला जलने से उसमें से गैस निकल रही है जिससे उमस और घुटन बढ़ रही है। वातावरण का तापमान बढ़ गया है। जिससे वहां कार्यरत कामगारों एवं आसपास रहने वाले ग्रामवासियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही रही है।
बड़ी संख्या में लोगों ने सिर दर्द की शिकायत बताई लोग रात्रि में सो नहीं पा रहे हैं। सेठिया माइन की डस्ट से वहां निवासरत ग्रामीणों को दमा सांस संबंधी बीमारी हो रही है।
विधायक बाल्मीक ने बताया कि कोल स्टॉक में लगी आग के कारण फैल रहे प्रदूषण की शिकायत उपक्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण जिला कार्यालय छिन्दवाड़ा से की गई है। इसी तारतम्य में जिला प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी सुनील श्रीवास्तव ने स्थिति का जायजा लिया और पेंच क्षेत्र प्रबन्धन की इस गंभीर लापरवाही पर वेकोलि अधिकारियों को आदेश दिया कि सात दिनों में जलने वाला कोयला यहां से हटाया जाए अन्यथा माइन क्लोजर का नोटिस जारी कर दिया जाएगा। साथ ही ओपन कास्ट में उड़ रहे डस्ट की रोकथाम तुरंत की जाए।
सेठिया ग्राम एवं कालरी परिसर में स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की जाए। चर्चा में प्रबन्धन की ओर से पेंच क्षेत्र के महाप्रबन्धक संचालन एमके सिन्हा, उपक्षेत्रीय प्रबन्धक यूके सिंह एवं खान प्रबन्धक मेहता उपस्थित थे। विधायक बाल्मीक ने जलते हुए कोयले को थर्मल पावर पहुंचाए जाने की शिकायत करते हुए इसकी जांच सीबीआई तथा विजिलेंस से कराने कहा गया है।