scriptSmuggling: 25 वर्षों तक पाला पोसा, अब तस्करों का बन रहे निशाना | Smuggling: nurtured for 25 years, now the target of smugglers | Patrika News
छिंदवाड़ा

Smuggling: 25 वर्षों तक पाला पोसा, अब तस्करों का बन रहे निशाना

हतलेवा में दो दशक पहले ग्रामीणों ने राजस्व भूमि पर किया था सागौन का सघन पौधरोपण,25 साल से पौधों को बच्चों की तरह पाला पोसा: पेड़ बनने पर लकड़ी तस्कर चला रहे कुल्हाड़ी

छिंदवाड़ाJun 21, 2021 / 10:52 am

prabha shankar

chhindwara

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छिंदवाड़ा/अम्बामाली। हमने अपने हाथों से ये पौधे लगाए थे। पानी पिलाया, देखरेख की और अब ये पौधे पेड़ बन गए हैं। तस्करों की नजर इन पर लग गई है। रात के अंधेरे में आते हंै और सागौन के पेड़ों को काट कर ले जाते हैं। तस्करों से हम मुकाबला कर नहीं सकते। प्रशासन के सामने दुखड़ा रोने के अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं। यह पीड़ा है अम्बामाली के पास हतलेवा के ग्रामीणों की। उनके हाथों से लगाए गए सागौन के जंगल पर अब तस्करों ने नजर गड़ा दी है।
हतलेवा गांव में वर्ष 1994-95 में ईरा प्रोजेक्ट के तहत गांव की राजस्व भूमि पर सागौन का पौधरोपण हुआ था।
इस काम में ग्रामीणों ने बढ़ -चढ़ कर भागीदारी निभाई। आबादी से करीब 600 मीटर दूर गांव की राजस्व भूमि पर सागौन का सघन पौधरोपण किया। पेड़ बनने तक बच्चों की तरह इनकी देखभाल की। आज यहां आठ हजार से अधिक पेड़ों का घना जंगल विकसित हो चुका है।
तस्कर बने दुश्मन
राजस्व भूमि पर लगाए गए जंगल पर अब तस्करों की नजर पड़ गई है। यहां से रात में आरा व कुल्हाड़ी से पेड़ों का काट तक ले जाया जा रहा है। आरा व कुल्हाड़ी की आवाज सुनकर गांव के लोग जंगल में जाना चाहते हैं पर हथियार बंद तस्करों के डर से शोर मचा कर भगाने का प्रयास करते हैं। इसके बाद भी यहां से करीब 600 से 700 पेड़ तस्करों की भेंट चढ़ चुके हैं।
नहीं हो रही सुनवाई
ग्रामीणों का कहना है कि लगातार प्रशासन से पेड़ों की कटाई रोकने की मांग की जाती रही है। राजस्व भूमि होने से वन विभाग इस मामले में रुचि नहीं लेता। गांव वाले चाहते हैं कि यहां तक पक्की सडक़ बने। जंगल की सुरक्षा के लिए चौकीदार की व्यवस्था हो। नहीं तो तस्कर इस जंगल को उजाड़ देंगे।

उजड़ते देखना पीड़ादायक
हतलेवा का जंगल गांव की सम्पति है। गांव के प्रत्येक आदमी का योगदान है। इसे उजड़ते देखना पीड़ादायक है। प्रशासन तस्करों से सख्ती से निपटे।
-विनोद वस्त्राणे, पूर्व सरपंच, हतलेवा

यहीं खेलते-कूदते बड़े हुए
हमारे परिजन ने पौधे लगाए थे। इन पेड़ों की छांव में खेलते-कूदते बड़े हुए हैं। जंगल को बचाने के लिए गांव के युवा भी लगातार प्रयास कर रहे हैं।
-मुकेश पंवार, सदस्य जन अभियान परिषद
इनका कहना है
ग्राम हथलेवा में राजस्व भूमि पर सागौन पेड़ों की कटाई के मामले की जांच पटवारी कर रहे हंै। पूछताछ में आरोपियों का नाम सामने आते ही प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
– महेश अग्रवाल, प्रभारी तहसीलदार मोहखेड़
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