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छिंदवाड़ा

पीएससी परीक्षा में इन विषयों पर दें विशेष ध्यान, नकारना पड़ेगा भारी

बायोलॉजी व भूगोल का मिश्रित विषय है पर्यावरण

छिंदवाड़ाFeb 15, 2018 / 12:30 pm

dinesh sahu

Special focus on these topics in the PSC exam

बायोलॉजी व भूगोल का मिश्रित विषय है पर्यावरण

छिंदवाड़ा. पर्यावरण वर्तमान संदर्भ में पृथक विषय बनकर उभरा है। हालांकि यह बायोलॉजी व भूगोल विषय का मिश्रित विषय है। अत: अधिकतम बिंदु उक्त विषयों के खंड में समाहित किए जा चुके हैं। इसमें ३ से ४ प्रश्न एमपीपीएससी में पूछे जाते है, लेकिन वन सेवा जुडऩे से संभावित प्रश्नों की संख्या परिवर्तित हो सकती है। इसके लिए प्रतियोगिता दर्पण, दृष्टि या हिन्दी ग्रंथ अकादमी के पर्यावरण विशेषांक पढे़ जा सकते है। विषय एक दिन में पूरा पढ़ा जा सकता है। इसलिए यहां महत्वपूर्ण तथ्यों पर चर्चा की जा रही है –

पहला भाग : प्रमुख दिवस


वन्य संरक्षण दिवस (३ मार्च), विश्व वानिकी दिवस (२१ मार्च), विश्व जल दिवस (२२ मार्च), पृथ्वी दिवस (२२ अप्रैल), जैव विविधता दिवस (२२ मई), विश्व पर्यावरण दिवस (५ जून), ओजोन परत संरक्षण दिवस (१६ सितम्बर)।

भाग द्वितीय : प्रमुख विधियां


जल अधिनियम १९७४, वायु अधिनियम १९८१, वन्यप्राणी कानून १९७२, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम १९८६, जैव विविधता अधिनियम २००२, वन अधिनियम १९८०, हरित न्यायालय २०१२, बायो डायवर्टिसिटी एक्ट २००२, राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण २०१० ।

भाग तृतीय : प्रमुख अनुसंधान संस्थान


भारतीय प्राणी विज्ञान सर्वेक्षण (१ जून १९८१, कोलकत्ता), भारतीय वन सर्वेक्षण (१ जून १९८१ देहरादून), भारतीय वनस्पति सर्वे संस्थान (१६ फरवरी १८९० कोलकत्ता), भारतीय वन आयोग (७ फरवरी २००३), यूनेस्कों (४ नवम्बर १९४६ पेरिस), ऊष्ण कटिबंधीय संस्थान (जबलपुर), नीरी (नेशनल इंवायरोमेंटल इंजीनियरिंग इंस्टीट्युट १९५८ नागपुर)।

चतुर्थ भाग : प्रमुख संस्थान


यूएनईपी (यूनाइटेड नेशनंस इंवायरोमेंट प्रोग्राम १९७२, नैरोबी), आईयूसीएन (इंटरनेशनल यूनीयन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर १९४८, जेनेवा, १६० सदस्य देश। यह १९६६ से संकटपन्न प्रजातियों के जिक्र के लिए रेड डाटा बुक निकालता है।), डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (वल्र्ड वाइल्ड फंड १९६१, मारगेस, स्विट्जरलैंड में, मस्कट-जाइंट पाण्डा), पीईटीए (पीपुल फॉर इथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल, १९८०, वर्जीनिया यूएसए, जानवरों पर अत्याचार के विरोध के लिए), अम्लीय वर्षा अध्ययन सेंटर (ओस्लो)।

भाग पंचम : प्रमुख आंदोलन


चिपको आंदोलन (१९७२, उत्तराखंड से, सुंदरलाल बहुगुणा द्वारा), नर्मदा बचाओ आंदोलन (१९८५, मप्र से अरुंधति राय व बाबा आम्टे द्वारा)।


छठवां भाग : प्रमुख सम्मेलन/प्रोटोकॉल


रामसर सम्मेलन (१९७१, ईरान, वेटलैण्ड पर), मांट्रियल प्रोटोकॉल (१९८७, कनाडा, ओजोन परक्षरण पर), बेसल कंवेंशन (१९८९, स्विटजरलैण्ड, अपशिष्ट प्रबंधन पर), पृथ्वी शिखर सम्मेलन (१९९२, रियो, जलवायु परिवर्तन), क्योटो प्रोटोकॉल (१९९७, जापान, जलवायु परिवर्तन पर), बाली सम्मेलन (२००७, इंडोनेशिया, ग्रीन हाउस गैस), कार्टिजीना प्रोटोकॉल (१९९७, कोलंबिया, जीवों का अवैध व्यापार), हैदराबाद सम्मेलन (२०१२, पारिस्थितकी तंत्र व मेंग्रोव वन संरक्षण पर), स्टॉकहोम सम्मेलन (१९७२, पर्यावरण दिवस)।

सातवां भाग : अन्य महत्वपूर्ण तथ्य


१. आर्थर टांसले (१९३५ में पारिस्थितिकी तंत्र को परिभाषित किया)
२. सर्वाधिक जीव पृथ्वी पर – जलचर
३. हॉट-स्पॉट – दुनिया में २५, भारत में २ (पूर्वी हिमालय, पश्चिमी घाट)
४. बायोस्फीयर रिजर्व – भारत में १८ (पहला – १९८६ नीलगिरी), मप्र में पचमढ़ी (१९९९), अमरकंटक (२००५), पन्ना (२०११)
५. भारत क सबसे प्रदूषित नदी – दामोदर, मप्र की बेतवा
६. गंगा सफाई के लिए विश्व बैंक व जापान सहयोगी।
७. विश्व का पहला मेंग्रोव जू – झारखाली (चौबीसपरगना, पश्चिम बंगाल)
८. ब्राउन हेजार्ड लेयर – अफगानिस्तान से म्यांमार के बीच
९. सर्वाधिक अम्लीय वर्षा – नार्वे में
१०. वायुमंडल में सर्वाधिक गैस – नाइट्रोजन (७८.०३ प्रतिशत)
११. ओजोन परत की माप इकाई – डालसन
१२. ग्रीन हाउस गैस – सीओ-२, मीथेन, सीएफसी, एनओ-२, ओ-३
१३. ग्लोबल वार्मिंग में जिम्मेदार – सीओ-२ (६० प्रतिशत), मीथेन (२५ प्रतिशत)
१४. पर्यावरण के प्रमुख तथ्य – स्थलमंडल, जलमंडल, वायु मंडल व जैव मंडल।
१५. राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण – २०१० से दिल्ली में (आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड के बाद भारत में तीसरा)।
१६. सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व – विश्व – म्यांमार, भारत – श्रीशैलम (आंध्रा), मध्यप्रदेश – कान्हा।
१७. भारत का सबसे बड़ा चिडि़याघर (कोलकत्ता), संग्राहलय (चैन्नई), मछलीघर (मुंबई), पक्षी उद्यान (भरतपुर)।
१८. प्रोजेक्ट टाइगर व टाइगर रिजर्व (भारत व मप्र के)।
१९. वेटलैण्ड – भारत में २६ तथा मप्र में एक (भोज)।
२०. जल स्रोत में तेल रिसाव रोकने के लिए मैरीनों बैक्टर डाला जाता है।
२१. मेडिकल कचरा – लाल डिब्बा (अंग व रक्त), काला (धारीदार वस्तुएं), पीला (कांच), नीला (अन्य)।

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