-सिहोरामाल में संघ प्रमुख ने भाषण में किया ये खुलासा
छिंदवाड़ा•Apr 25, 2018 / 12:03 pm•
manohar soni
rss
छिंदवाड़ा. आरएसएस प्रमुख डॉ.मोहन भागवत ने छिंदवाड़ा के सिहोरामाल की सभा में एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार संघ को बंद करना चाहती थी। तब उसकी गतिविधियां नागपुर व विदर्भ तक सीमित थी। उस समय नागपुर के भोंसले खड़े गए,तब संघ बच पाया। उन्होंने समय-समय पर संघ को संरक्षण और सहयोग दिया। नागपुर के मुधोजी भोंसले ने भी इसका उल्लेख किया।
भागवत ने भाषण में यह भी कहा कि आरएसएस के पास कोई इक_ा पैसा नहीं होता। स्वयंसेवकों की गुरुदक्षिणा से काम चलता है। मार्च के महीने में कड़की रहती है। फिर भी कभी कम नहीं रहता और बचता भी नहीं। इससे हमारा दिमाग ठीक रहता है। उन्होंने श्रीराम के प्रसंग की चर्चा करते हुए कहा कि यूपी के एक इलाके में चना की खेती इसलिए नहीं होती क्योंकि सीताजी को चना के ठंूठ पैर में गड़ गए थे। इससे हमारे जीवन के भावना प्रधान होने का पता चलता है। शकुंतला-दुष्यंत के चरित्र का वर्णन महाकवि कालीदास ने किया। यह बताता है कि हम, पशुओं,पेड़-पौधे, पहाड़-पत्थरों से संबंध रखनेवाले लोग है।
….
ये भी कहा भागवत ने
१.विश्व का सारा जीवन ही पूजा है। गीता में कर्म का प्रधानता का वर्णन आता है।
२. बिहार की छठ की पूजा में नैवेद्य में शुद्धता का ध्यान रखा जाता है। पूजा में अपवित्रता नहीं चलती है। उत्कृष्ट,उत्तम भगवान के चरणों में अर्पित किया जाता है।
३.सिहोरा का पूजाधाम जैसे-जैसे बढ़ेगा,वैसे-वैसे हम विश्वरूप भगवान की सेवा करना सीखेंगे। पार्क बच्चों का मनोरंजन नहीं बल्कि वनस्पति,फल,खेती की जानकारी देगा।
४.शिक्षा की पुर्नरचना की बात हो रही है। यूरोप में फिनलैण्ड सबसे अच्छा उदाहरण है,जहां बच्चों को चार क्लास स्कूल में नहीं,मैदानी अनुभव से सिखाया जाता है। बच्चा आठ क्लास तक अपनी मातृभाषा में पढ़ता है।
….
Home / Chhindwara / आरएसएस को बंद करना चाहते थे अंग्रेज लेकिन..