scriptBirth to a daughter: बेटी को जन्म देते ही परिवार का बदल का अंदाज | The way the family changes after giving birth to a daughter | Patrika News
छिंदवाड़ा

Birth to a daughter: बेटी को जन्म देते ही परिवार का बदल का अंदाज

दोनों पक्ष के सदस्यों से चर्चा करने के बाद भी सहमति नहीं बनी और पीडि़त महिला तलाक लेने पर अड़ी रही। प्रकरण में उन्हें न्यायालय जाने की सलाह दी गई।

छिंदवाड़ाJan 19, 2020 / 05:29 pm

babanrao pathe

Birth to a daughter: बेटी को जन्म देते ही परिवार का बदल का अंदाज

Birth to a daughter: बेटी को जन्म देते ही परिवार का बदल का अंदाज

छिंदवाड़ा. पति की लापरवाही के कारण बेटे की मौत हो गई। बेटी का जन्म हुआ तो पूरा परिवार नाराज हो गया। शराब के नशे में पति आए दिन मारपीट करता है। प्रताडऩा से तंग आकर उसने परिवार परामर्श केन्द्र में शिकायत दी जिस पर शनिवार को सुनवाई की गई। दोनों पक्ष के सदस्यों से चर्चा करने के बाद भी सहमति नहीं बनी और पीडि़त महिला तलाक लेने पर अड़ी रही। प्रकरण में उन्हें न्यायालय जाने की सलाह दी गई।

परामर्श केन्द्र में सुनवाई के लिए दस प्रकरण रखे गए थे। चार मामलों में दोनों पक्षों की सुनवाई की गई। दो प्रकरण में समझौता हुआ एवं एक में सोचने का वक्त दिया गया है। साल 2017 में शादी हुई 8 माह की बेटी है पति शराब पीकर मारपीट करता है। पत्नी ने बताया कि पति की लापरवाही से एक बेटे की मौत हो चुकी। बेटी का जन्म होने से अधिक परेशान किया जा रहा है। दोनों को न्यायालय जाने को कहा गया। एक अन्य प्रकरण में पत्नी मोबाइल पर अधिक बात करती थीं पति ने मोबाइल छीन लिया तो पत्नी 6 माह पहले मायके चली गई। पति के आवेदन पर पत्नी ने कहा मुझे मोबाइल दोगे तभी साथ चलूंगी। पति मोबाइल देने को राजी हुआ जिसके बाद मामला सुलझ गया।

पति-पत्नी दोनों ने दी शिकायतपति

पत्नी ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत की है। दोनों साथ में रहते हैं, शादी को 6 साल हो चुके और दो बच्चे हैं। पत्नी ने बताया पति शराब पीकर मारपीट करता है। पति ने बताया कि वह सब्जी का धंधा करता है जो कमाई होती है वह पत्नी को देता है, लेकिन पत्नी सारी आमदानी उसके सास, ससुर, देवर एवं ननद पर खर्च कर देती है। पति को यह पसंद नहीं है वह चाहता है, कि पत्नी अलग खाना बनाए रुपए अपने बच्चों पर खर्च करें पर पत्नी सास, ससुर के साथ रहना चाहती है। इस पर पति ने कहा कि वह अपनी कमाई पत्नी को नहीं देगा। दोनों को सोचने का वक्त दिया गया है। सुनवाई काउंसलर नीलू यादव, डब्ल्यूएस ब्राउन एवं सुमन तिवारी ने की।

Home / Chhindwara / Birth to a daughter: बेटी को जन्म देते ही परिवार का बदल का अंदाज

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो