डीएमओ भालेकर ने बताया कि अक्टूबर तथा नवम्बर माह तक जिले के चयनित क्षेत्रों में मच्छरदानी बांटी जाएगी। हालांकि इसके लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी जाएगी। इधर जिले के हर्रई, तामिया, जुन्नारदेव, अमरवाड़ा समेत अन्य विकासखंडों से लगातार मलेरिया के पीवी पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। मौसम के बदलाव को देखते हुए विभाग ने भी अलर्ट जारी किया है। हालांकि विभाग द्वारा सायपर मेथ्रिन नामक कीटनाशक दवा का छिडक़ाव कर रहा है।
जिले के आठ ब्लॉक हाईरिस्क जोन में
मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के आठ ब्लॉकों को मलेरिया हाईरिस्क जोन में रखा गया है। यहां संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए निशुल्क मच्छरदानी बांटी जाएगी। विभाग ने इसके लिए 417 गांवों का चयन किया, जहां दो लाख ११ हजार मच्छरदानी बांटी जाएगी।
हालांकि विगत वर्ष 95 हजार मच्छरदानी बांटी गई थी। बताया जाता है कि प्रति हजार पर दो या इससे अधिक मलेरिया पॉजिटिव मरीज मिलने वाले गांव का चयन इसके लिए किया गया है। सर्वे के आधार पर चयनित ब्लॉकों में छिंदवाड़ा, चौरई, पांढुर्ना तथा सौंसर को छोडक़र शेष जुन्नारदेव, तामिया, बिछुआ, हर्रई, अमरवाड़ा, परासिया तथा मोहखेड़ शामिल है।