जहर मुक्त धरती अभियान : इस जिले के किसान आए आगे, आप भी करें पहल
जैविक खेती के लिए दिया गया प्रशिक्षण
जैविक खेती से ही खत्म हो सकती है खाने में जहर की मात्रा बच सकता है जीवन
छिंदवाड़ा. किसानों को जैविक तरीके से खेती करने के लिए अब काम तेजी से किया जा रहा है। वसुंधरा जैविक खाद और सब्जी अनुसंधान समिति इस समय हर्रई, तामिया और जुन्नारदेव में किसानों को इसके लिए प्रेरित कर रही है। हर विकासखंड से 50-50 किसानों को चुनकर उन्हें 15 दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी किसानों से केवल एक एकड़ के क्षेत्र में जैविक उत्पादन करने कहा जा रहा है।
रातेड़ में हुए प्रशिक्षण की शुरुआत में पंचगव्य विशेषज्ञ राजेश शर्मा और समिति के अध्यक्ष सुंदरलाल नागवंशी उपस्थित हुए। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण सेवंती बरखानिया रातेड़, सुरेश कुमार यदुवंशी मोहगांव, किसन और धनराज मोहबे राजढाना में किसानों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।
नागवंशी ने बताया कि विशेषज्ञों और प्रशिक्षकों की ट्रेनिंग के बाद किसानों से जैविक पद्धति से अनाज उगाने कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में जिस तरह किसान रुचि ले रहे हैं उससे लग रहा है कि भविष्य में छिंदवाड़ा जिला जैविक आदर्श जिला बनेगा। उन्होंने बताया कि धरती जहर मुक्त अभियान के तहत समिति कई सालों से जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित कर रही है। इससे जमीन की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी।
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