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छिंदवाड़ा

Water crisis: नौतपा की चिलचिलाती धूप में बूंद-बूंद पानी की दरकार

Water crisis: सुकून में पुरानी बस्ती, पहाड़ी-टेकरी में बना पेयजल संकट, निगम को पहुंचाने पड़ रहे 53 टैंकर

छिंदवाड़ाMay 26, 2020 / 05:35 pm

prabha shankar

Water crisis: Water cracking in the scorching sun of the Nauta

Water crisis: Water cracking in the scorching sun of the Nauta

छिंदवाड़ा/ नौतपा की चिलचिलाती धूप में पुरानी बस्ती कन्हरगांव डैम में भरे लबालब पानी की आपूर्ति से सुकून में है तो ग्रामीण इलाकों की पहाड़ी और टेकरी में पेयजल संकट की गूंज सुनाई पड़ रही है। लोग कुएं और हैंडपंपों की दौड़ लगा रहे हैं तो वहीं नगर निगम को भी हर दिन 53 टैंकर पहुंचाकर प्यास बुझानी पड़ रही है।
नगर निगम क्षेत्र के 48 वार्ड में 31 वार्ड पुरानी बस्ती के हैं तो 17 वार्ड 24 गांवों की सीमा क्षेत्र में बने हैं। पेयजल की दृष्टि से कन्हरगांव डैम से 27 एमएलडी पानी की आपूर्ति हर दिन पुरानी बस्ती के घरों में पहुंच रही है। ग्रामीण इलाकों के लिए माचागोरा डैम से पेयजल आपूर्ति का प्रावधान किया गया है, जिस पर निगम 75 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट अमृतम पर काम कर रहा है। निगम ने 15 जून तक 10 गांवों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल निगम के ग्रामीण इलाकों में कहीं-कहीं पानी का संकट बना हुआ है। इनमें सुकलूढाना, शक्कर मिल टेकड़ी, एनआइटी टेकरी, सिवनी प्राणमोती की कबाडिय़ा से लगी पहाड़ी, सोनपुर पीएम आवास, सोनाखार, पाठाढाना और कुसमैली कृषि उपज मंडी के सामने की पहाड़ी में रहने वाले लोग पानी की किल्लत महसूस कर रहे हैं। इन बस्तियों में निगम को हर दिन करीब 150 ट्रिप टैंकर पहुंचाने पड़ रहे हैं।
जैसे ही इन इलाकों में टैंकर पहुंचते हैं, लोग बर्तन और बाल्टी लेकर दौड़ पड़ते हैं। निगम का दावा है कि जैसे ही प्रोजेक्ट अमृत पूरा होगा, इन इलाकों के लोग भी संकट से मुक्त हो जाएंगे।

खैरीभोपाल व झण्डा में किल्लत, बढ़ाने पड़े बोर में पाइप
निगम के ग्रामीण इलाकों की बस्तियों में 140 बोर से पानी दिया जा रहा है। अभी खैरीभोपाल और झंडा में भू-जल स्तर नीचे चले जाने से लोग परेशानी में आ गए हैं। तब निगम कर्मचारियों को बोर में पाइप बढ़ाने पड़े। शेष स्थानों पर पेयजल आपूर्ति पर जलप्रदाय विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है। अधिकारियों को भरोसा है कि 15 जून तक मानसून आ जाने के बाद पानी की स्थिति सम्भल जाएगी।

चार नगरों में पेयजल की किल्लत
श हरी विकास परियोजना कार्यालय की मानें तो छिंदवाड़ा शहर को छोड़ जिले के 16 अन्य नगरीय निकायों को देखा जाए तो परासिया, जुन्नारदेव, बिछुआ और पांढुर्ना में पानी की किल्लत बनी हुई है। इसके चलते यहां के निकायों को एक दिन के अंतराल में पानी की आपूर्ति करनी पड़ रही है। शेष निकायों में अभी प्रतिदिन पानी की रिपोर्ट जिला मुख्यालय पहुंच रही है।

इनका कहना है
&नगर निगम के अधीन ग्रामीण इलाकों की टेकरी और ऊंचे स्थल पर मौजूद बस्तियों में पानी की किल्लत होने पर हर दिन 150 ट्रिप टैंकर पहुंचाने पड़ रहे हैं। प्रोजेक्ट अमृत के पूर्ण होने पर पेयजल समस्या का समाधान हो जाएगा।
-विवेक चौहान, प्रभारी जलप्रदाय, नगर निगम।

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