तीन लाख हैक्टेयर में मक्का
जिले में इस बार मक्का का रकबा तीन लाख हैक्टेयर तक पहुंच सकता है। विभाग भी इस बात को मान रहा है। 2018 में दो लाख 79 हजार हैक्टेयर में किसानों ने मक्का लगाया था। इसमें 10 से 15 हजार हैक्टेयर का क्षेत्र और बढऩे की उम्मीद है। पिछले खरीफ में मक्का का उत्पादन जिले में अच्छा हुआ था, वह भी सामान्य बारिश की स्थिति में। मक्का का रकबा और बढऩे की उम्मीद इसलिए है कि पानी की कमी से रबी में सैकड़ों हैक्टेयर का क्षेत्र सूखा ही पड़ा रहा। ऐसे किसान अब इस सीजन में फसल अच्छी और ज्यादा लेंगे।
पहली बारिश हुई और बोवनी शुरू
जिले के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में पहली बारिश के बाद से ही बोवनी का काम शुरू हो जाता है। आदिवासी क्षेत्र बिछुआ, जुन्नारदेव, तामिया और हर्रई में सबसे पहले बोवनी होती है। ये किसान फिलहाल विभाग की खबर का इंतजार कर रहे हैं ताकि वे जल्द बीज ले सकें। इन इलाकों में आदिवासी किसान उड़द, तिल की बोनी भी करते हैं।