आए दिन हादसों का सबब बनते डग्गामार वाहन पुलिस प्रशासन की नाक की नीचे से फर्राटा भरते हुए निकल जाते हैं और साहब लोग सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर चालान तक ही सीमित रह जाते हैं। वाहवाही करवाने के लिए ठहरे हुए पानी में कंकण मारने की पद्दति पर चलते हुए कुछ लम्हों की चेकिंग और फिर सब कुछ शांत।
मौत का सफर बनते डग्गामार वाहन
मऊ पहाड़ी राजापुर मानिकपुर ये ऐसे थाना क्षेत्र हैं जहां डग्गामार वाहनों पर खाकी से लेकर प्रशासन के नुमाइंदों तक की असीम अनुकम्पा बरस रही है। इन थाना क्षेत्रों में सवारियों को भूसे की तरह ठूंस ठूंस कर भरे व् लादे जाने की स्याह तस्वीरें कभी भी देखी जा सकती हैं। मऊ थाना क्षेत्र के शिवपुर पूरबपताई मार्ग पर तो डग्गामार वाहनों का एकक्षत्र राज चलता है। यही हालत पहाड़ी राजापुर व् मानिकपुर थाना क्षेत्र में है। ओवरलोड सवारियां मौत से गलबहियां करते मंजिल तक पहुंचती हैं।
खानापूर्ति के नाम पर कार्रवाई
इधर जब जब ये मामला थोड़ा चर्चा का विषय बनता है तब तब पुलिस प्रशासन के लम्बरदारों द्वारा खानापूर्ति के नाम पर चेकिंग का टेरर दिखाया जाता है। उदाहरण के तौर पर मऊ थाना क्षेत्र में जिन मार्गों पर डग्गामार वाहनों का जलवा है वहां शायद ही खाकी के पहरुए डंडा पटकते हों। बेतरतीब तरीके से कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में डग्गामार कारोबारी पूरी सेटिंग किए रहते हैं। उधर सवारियां भी जल्दी घर पहुंचने के चक्कर में यमराज से अप्वाइंटमेंट ले बैठती हैं। कमांडर पिकअप अप्पे टेम्पो और ऑटो वाले तो डग्गामार अखाड़े के पहलवान माने जाते हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
एसपी मनोज कुमार झा का कहना है कि इस समय डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान के लिए सभी थाना क्षेत्रों को निर्देश दिया गया है। चेकिंग के दौरान जो भी नियमों का पालन करता नहीं पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।